आदमखोर तेंदुआ दे रहा वन विशेषज्ञों की टीम को चकमा

मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा तहसील के गांवों में एक बालक को मौत के घाट उतारने वाले तथा एक मासूम को जख्मी करने वाले आदमखोर तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विशेषज्ञों की टीम लग गई है।

By RashidEdited By: Publish:Thu, 20 Sep 2018 08:21 PM (IST) Updated:Fri, 21 Sep 2018 12:47 AM (IST)
आदमखोर तेंदुआ दे रहा वन विशेषज्ञों की टीम को चकमा
आदमखोर तेंदुआ दे रहा वन विशेषज्ञों की टीम को चकमा

मुरादाबाद (जेएनएन) । ठाकुरद्वारा में आतंक का पर्याय बने आदमखोर तेंदुए को तलाश करने के लिए विशेषज्ञों की टीम गांवों में पहुंच गई है। टीम ने तेंदुए की पहचान के लिए पग चिन्ह तलाशने के साथ ही आधा दर्जन कैमरे भी खेतों में लगाए हैं।तेंदुए की लोकेशन तलाशने के लिए कैमरों में जीपीआरएस भी लगाया गया है। हालांकि तेंदुआ वन टीम को चकमा देता रहा।

डब्लूडब्लूएफ के सेमूल सिंह और कन्हैया लाल ने पहले सत्रह सितंबर को बालक शिवा पर हमला करने वाला स्थान देखा। इसके बाद आसपास पगचिन्हों को तलाश किया। कच्चे मार्ग और नदी किनारे पानी के घाट पर तेंदुए के पग चिन्ह मिले। इसके बाद टीम ने आधा दर्जन कैमरों को पगमार्ग के हिसाब से पेड़ों पर लगाया है, कैमरों में जीपीएस भी लगा हुआ है। कैमरों में रिकार्डिंग के लिए अलग से भी चिप लगाई गई है। 

तीन किमी में सक्रिय है आदमखोर

जांच में सामने आया कि आदमखोर तेंदुआ तीन किलो मीटर की परिधि में नया गांव बहादुर नगर, बालापुर और मुनीमपुर रायभूड़ में बच्चों पर हमला कर चुका है, लिहाजा बालापुर को केंद्र मानकर वल्र्ड वाइल्ड लाइफ फेडरेशन (डब्लूडब्लूएफ ) देहरादून और विश्व प्राकृति निधि इंडिया रिजर्व टाइगर पीलीभीत से गुरुवार को टीम ने आकर सर्च अभियान चलाया। एक टीम जिला मुख्यालय से इनकी निगरानी करेगी, जबकि दूसरी टीम गांव के मंदिर पर रहेगी। वन क्षेत्राधिकारी दिनेश शर्मा, बिलारी वन क्षेत्राधिकारी एआर आर्य, वन दरोगा मनीष कुमार, पियूष जोशी, कपिल कुमार, कपिल देव, राम सिंह आदि थे।

होशियार ग्रामीण रात को नहीं निकलें घरों से

वन विभाग अफसरों ने गांवों के प्रबुद्ध लोगों से मिलकर मंदिरों व मस्जिदों से मुनादी कराई है। ग्रामीणों से घर से बाहर निकलते वक्त सावधानी बरतने के साथ कैमरों से छेड़छाड़ नहीं करने की अपील की गई है।

दरअसल, क्षेत्र में एक तरफ आदमखोर तेंदुए का आतंक है तो दूसरी तरफ जीपीएस युक्त महंगे कैमरों की सुरक्षा का भी सवाल है, लिहाजा वन अफसरों ने गांवों के गणमान्य लोगों के साथ बैठक कर सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के सहयोग के बिना तेंदुआ पकडऩे का अभियान सफल नहीं हो सकेगा। उन्होंने रात के वक्त ग्रामीणों से घर से नहीं निकलने की अपील की, वहीं कैमरों के आसपास नहीं जाने की नसीहत भी की। उन्होंने कहा कि महंगे कैमरे से छेड़छाड़ करना लोगों के लिए मुश्किल पड़ जाएगा। ग्राम प्रधान महेंद्र सिंह समेत आसपास के गांवों के प्रधानों ने वन विभाग की टीम का सहयोग करने के साथ ही कैमरों से छेड़छाड़ नहीं करने की अपील की है।

जख्मी वंदना की हालत में सुधार

आदमखोर तेंदुए के हमले से जख्मी बच्ची की हालत में सुधार है। गुरुवार को घर पर उसने हल्का भोजन भी लिया। कोतवाली के ग्राम मुनीमपुर रायभूड़ में बुधवार की सुबह किसान वीर सिंह सैनी की ढाई वर्षीय बेटी वंदना पर हमलाकर जख्मी कर दिया था। उसका सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के बाद जिला अस्पताल में एंटीरैबीज इंजेक्शन दिया गया था। घर पर वंदना की हालत में सुधार है, हालांकि गर्दन पर सूजन है। उसको परिजनों ने चाय बिस्किट दिया। इसके साथ ही अस्पताल से मिली दवाई दी है।

अब मुनीमपुर में दहाड़ा तेंदुआ

आदमखोर तेंदुए की तलाश में जिस वक्त टीमें जंगल को छान रही थी, उस वक्त मुनीमपुर में टहलता दिखाई दिया। उसको देखकर ग्रामीणों ने शोर मचाया।कोतवाली के ग्राम बालापुर में करीब बारह बजे कैमरे लेकर टीम पहुंच गई। टीम जंगल खेत और जब्दी नदी के किनारे तेंदुए के पगचिन्हों को तलाश रही थी, उस वक्त ग्राम मुनीमपुर में आबादी के पास मनोज कुमार और रामगोपाल ने तेंदुए को टहलता देखकर शोर मचाया। इसके बाद ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। उनके शोर मचाने पर तेंदुआ भाग गया।  

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