मुरादाबाद रेलवे स्टेशन पर नए फुट ओवरब्रिज के लिए नहीं हो पाया टेंडर, यात्री बोले-लिफ्ट भी रहती है बंद
Foot Overbridge Elevator Facility यात्रियों की सुविधा के लिए कई उपाय किए हैं। मुरादाबाद स्टेशन पर बुजुर्ग बीमार बच्चों के लिए सौ साल पुराना रैंप वाला फुट ओवरब्रिज बना हुआ है। इसके अलावा प्लेटफार्म पर तीन लिफ्ट लगाए गए हैं और एक स्वचालित सीढ़ी है।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Foot Overbridge Elevator Facility : रेलवे स्टेशन पर बंद पड़ी सुविधाएं ही यात्रियों के लिए सबसे अधिक परेशानी खड़ी कर रहीं हैं। स्वीकृति के एक साल पूरा होने को है लेकिन अभी तक पुराने फुट ओवरब्रिज के स्थान पर नए फुट ओवरब्रिज बनाने के लिए निविदा तक आमंत्रित नहीं की गई है। बीमार और बुजुर्ग यात्रियों को एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने में परेशानी का समाना करना पड़ता है।
रेल प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा के लिए कई उपाय किए हैं। मुरादाबाद स्टेशन पर बुजुर्ग, बीमार, बच्चों के लिए सौ साल पुराना रैंप वाला फुट ओवरब्रिज बना हुआ है। इसके अलावा प्लेटफार्म पर तीन लिफ्ट लगाए गए हैं और एक स्वचालित सीढ़ी है। रेलवे अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही के कारण लिफ्ट बंद रहती है। स्वचालित सीढ़ी कभी चलती है तो कभी बंद रहती है। सौ साल पुराने रैंप वाले फुट ओवरब्रिज को रेल प्रशासन ने जर्जर घोषित कर अक्टूबर 2020 को बंद कर दिया है। एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने के लिए सीढ़ी नुमा फुट ओवरब्रिज बना हुआ है। वर्तमान में यात्रियों के लिए एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने के लिए एक ही फुट ओवरब्रिज है। इससे बुजुर्ग, महिला व बच्चों को सीढ़ी चढ़ने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। व्हीलचेयर या स्ट्रेचर से चलने वाले बीमार यात्रियों को प्लेटफार्म के मुख्य प्रवेश द्वार से लगभग एक किलोमीटर तक अंदर ले जाया जाता है। यहां माल ढुलाई के लिए बने रास्ते से व्हीलचेयर व स्ट्रेचर से एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर ले जाया जाता है। प्रत्येक दिन मुरादाबाद स्टेशन पर ट्रेन से लगभग पांच हजार से अधिक यात्री आते-जाते हैं।
महाप्रबंधक ने किया था निरीक्षण : दिसंबर 2020 में उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल सालाना निरीक्षण करने मुरादाबाद आए थे, इस दौरान बंद पड़े फुट ओवरब्रिज के स्थान पर शीघ्र नया फुट ओवरब्रिज बनाने की मांग की गई थी। महाप्रबंधक के आदेश पर नए फुट ओवरब्रिज के साथ लिफ्ट बनाने के लिए डेढ़ करोड़ रुपये का बजट उपलब्ध कराने के साथ नक्शा भी स्वीकृत हो चुका है। लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी रेलवे अधिकारियों ने निविदा आमंत्रित नहीं की है। मंडल वाणिज्य प्रबंधक गौरव दीक्षित ने बताया कि इंजीनियरिंग विभाग द्वारा नया फुट ओवरब्रिज बनाने की कार्रवाई की जा रही है। लिफ्ट बंद होने की जानकारी नहीं है।
यात्रियों ने बताई परेशानी
घुटने में दर्द रहने के कारण सीढ़ी चढ़ने में परेशानी होती है। रैंप वाला फुट ओवरब्रिज बंद होने और लिफ्ट नहीं चलने से ट्रेन पकड़ने के लिए सीढ़ी चढ़कर दूसरे प्लेटफार्म पर जाना पड़ा। इससे घुटने का दर्द बढ़ गया है।
माधो देवी
आसनसोल (पश्चिम बंगाल)
स्वचालित सीढ़ी व लिफ्ट बंद पड़ा हुआ है। ट्रेन प्लेटफार्म संख्या पांच पर रुकी तो सामान लेकर सीढ़ी में चढ़ने में परेशानी हुई। किसी तरह से सामान लेकर प्लेटफार्म संख्या एक पर पहुंच पाए हैं।
मगन सिंह, स्योहारा