Flood in Rampur : जान बचाने के लिए 12 फीट ऊंचे पिलर पर रातभर बैठा रहा अजयपाल, सांप-बिच्छू से भी लड़ता रहा
Flood in Rampur कोसी नदी में पानी बढ़ने पर तेज आवाज के साथ उसकी आंख खुल गई। उसने उठकर देखा तो वह चारों तरफ पानी से घिरा हुआ था। घबराहट व जल्दी में वह बैराज की 12 फिट ऊंचे पिलर पर चढ़कर बैठ गया।
मुरादाबाद, संवाद सूत्र। रामपुर के टांडा में बाढ़ में घिरा अजयपाल रातभर पिलर पर बैठा रहा। सुबह पीएसी के जवानों ने मौके पर पहुंचकर उसे नदी से बाहर निकला। तब जाकर उसने चैन की सांस ली। लालपुर कोसी में निर्माणाधीन बैराज पर चौकी सैदनगर के गांव मंगूपुरा निवासी अजयपाल गार्ड की नौकरी करता है। उसकी रात की ड्यूटी थी। वह बैराज पर बने कमरे पर सो रहा था। कोसी नदी में पानी बढ़ने पर तेज आवाज के साथ उसकी आंख खुल गई। उसने उठकर देखा तो वह चारों तरफ पानी से घिरा हुआ था। घबराहट व जल्दी में वह बैराज की 12 फिट ऊंचे पिलर पर चढ़कर बैठ गया।
रात में ही उसने स्वजनों को मोबाइल से जानकारी दी। बैराज पर फंसे होने की सूचना पर घर में हड़कंप मच गया। घर वालों ने प्रशासन द्वारा जारी नंबर पर सूचना देकर जानकारी दी। स्वजन भी रात में ही लालपुर पुल पर पहुंच गए। रात में उसे बचाने का कोई इंतजाम नहीं हुआ। सुबह तहसीलदार राकेश कुमार चंद्रा, कोतवाली इंचार्ज गजेंद्र सिंह आदि की मौजूदगी में राज्य आपदा मोचन बल की टीम ने बोट के द्वारा उसे बाहर निकाला। अजयपाल ने बताया कि पिलर पर सांप, बिच्छु व कीड़े चढ़ रहे थे। पूरी रात उन्हें तार से भगाकर जान बचाई। इसी बीच अजयपाल को बचाते समय नदी में पेड़ पर फंसा युवक दिखाई दिया। वह हाथ उठाकर बचाने की आवाज लगा रहा था। टीम ने लालपुर निवासी राजपाल को भी बचाया। राजपाल नदी में बहकर आ रही लकड़ी निकालने गया था। तेज धार में बह गया था। पेड़ का सहारा लेकर जान बचाई। गांव शहपुरा के चारों लोग देर रात स्वयं वापस आ गए हैं। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ ने बताया कि अजयपाल को बचाने के लिए हमने दिन निकलते ही प्रयास किए। उसकी जान बच गई।