Flood in Moradabad : रामगंगा नदी खतरे के निशान के पास पहुंची, खादर में दहशत, बाढ़ चौकियां अलर्ट

Flood in Moradabad रामगंगा का जलस्तर खतरे से निशान से एक मीटर से कम दूरी पर है। पहाड़ों पर बरसात फिर से शुरू होने के बाद हरवेली और कालागढ़ डैम से पानी छोड़ा गया तो खादर के हालात भी बाढ़ जैसे हो सकते हैं।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 06:11 AM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 06:11 AM (IST)
Flood in Moradabad : रामगंगा नदी खतरे के निशान के पास पहुंची, खादर में दहशत, बाढ़ चौकियां अलर्ट
बाढ़ से प्रभावित होने वाले खादर के गांवों में अलर्ट रहने की दी हिदायत।

मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Flood in Moradabad : पहाड़ों पर होने वाली बरसात तो थमी है। लेकिन, रामगंगा में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। रामगंगा का जलस्तर खतरे से निशान तक पहुंच सकता है। इससे रामगंगा के खादर में बाढ़ प्रभावित होने वाले गांवों में दहशत का माहाैल है। बाढ़ चौकियों पर तैनात स्टाफ को अलर्ट कर दिया है। राहत सामग्री के लिए जिन ठेकेदारों के नाम निविदाएं छूटी हैं, उनसे भी सप्लाई के लिए तैयार रहने के लिए कह दिया गया है।

डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह ने प्रधानों के साथ वर्चुअल बैठक करके बाढ़ से प्रभावित होने वाले लोगों की मदद के लिए तैयार रहने के लिए कहा है। कालागढ़ डैम से छोड़े गए पानी का असर रामंगगा पर भी पड़ा है। लेकिन, अभी रामगंगा खतरे से निशान से कुछ दूर है। हालांकि दोपहर दो बजे के बाद रामगंगा का जलस्तर बढ़ा है। कोसी नदी का जलस्तर घटने लगा है। बाढ़ खंड के कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के मुताबिक रामगंगा के खतरे का निशान 190.60 मीटर है। बुधवार को दोपहर दो बजे रामगंगा में 189.71 मीटर पानी मापा गया। लेकिन, शाम छह बजे इस नदी में पानी 189.75 मीटर हो गया। रामगंगा का जलस्तर खतरे से निशान से एक मीटर से कम दूरी पर है। पहाड़ों पर बरसात फिर से शुरू होने के बाद हरवेली और कालागढ़ डैम से पानी छोड़ा गया तो खादर के हालात भी बाढ़ जैसे हो सकते हैं। कोसी नदी का खतरे का निशान 256.200 मीटर है। लेकिन इस नदी में पानी 292.59 मीटर पर बह रहा है। इसकी वजह से ही कोसी के आसपास के इलाके में बाढ़ आ गई है। फसलें जग्लमग्न हो चुकी हैं। हालांकि शाम छह बजे कोसी नदी का पानी भी कम हुआ है। यहां 281.05 मीटर पर पानी बह रहा है। रामगंगा में जलस्तर बढ़ने से खादर के गांवों में दहशत का माहौल है। प्रशासन ने सभी को आगाह कर दिया है। प्रधानों के अलावा राशन डीलरों से भी डीएम सीधे बात कर रहे हैं। एसडीएम को पल-पल की निगरानी के लिए कह दिया है। मुख्य विकास अधिकारी आनंद वर्धन ने बताया कि बाढ़ का अभी कोई खतरा तो नहीं है। लेकिन, जिलाधिकारी समेत सभी अधिकारियों ने प्रधानों के साथ वर्चुअल बैठकर करके अलर्ट रहने के लिए कह दिया है। कहा है कि धन की कोई कमी नहीं है। प्रधान बाढ़ से प्रभावित होने वाले परिवारों की तुरंत मदद करें। राशन डीलर बाढ़ आने की स्थिति में पीड़ित परिवारों को निशुल्क राशन वितरण करेंगे। किसी को भूखा नहीं सोने दिया जाएगा। पहाड़ों पर बरसात अब नहीं हो रही है। इसलिए किसी भी डैम से पानी छोड़े जाने की सूचना नहीं है। रामगंगा का जलस्तर भी बढ़ा है। लेकिन, इस नदी का क्षेत्र बड़ा है। कोसी नदी का क्षेत्रफल कम है। अतिक्रमण की वजह से नदी संकरी होती जा रही है। इसलिए हमेशा ही कोसी का पानी लोगों को नुकसान पहुंचाता है।

देर रात तक पानी कम होगा। इससे लोगों को राहत मिलेगी। किसी को भी कोई परेशानी हो तो कंट्रोल रूम के नंबर पर फोन करके सूचना दें। तुरंत टीम मदद करने के लिए पहुंचेगी।

अजय प्रताप सिंह, अधिशासी अभियंता, बाढ़ खंड, मुरादाबाद

chat bot
आपका साथी