पहला रोजा कल, कोरोना से बचाव को घर में ही पढ़ें तरावीह
मुरादाबाद, जेएनएन: सोमवार को माह-ए-रमजान का चांद नजर नहीं आया। मंगलवार को चांद दिखाई देगा। इसके चलते
मुरादाबाद, जेएनएन: सोमवार को माह-ए-रमजान का चांद नजर नहीं आया। मंगलवार को चांद दिखाई देगा। इसके चलते रमजान उल मुबारक का महीना बुधवार से शुरू होने जा रहा है। इसके लिए जिले भर में तैयारियां शुरू हो गई हैं। कोरोना संक्रमण की वजह से सरकार ने गाइड लाइन जारी की है। इसलिए तरावीह की नमाज मस्जिदों में सामूहिक रूप से अदा नहीं हो पाएगी। तरावीह की नमाज अपने घरों में अदा करें।
मुकद्दस महीना रमजान बुधवार 14 अप्रैल से शुरू होने जा रहा है। जिसको लेकर सोमवार को शहर से लेकर देहात क्षेत्र में तैयारियां शुरू हो गर्इं। शहर के मुस्लिम इलाकों में इफ्तार और सहरी के लिए दुकानें सजना शुरू हो गई है। शहर के तहसील स्कूल, चौकी हसन खां, लाल मस्जिद, जामा मस्जिद, चक्कर की मिलक, असालतपुरा, गलशहीद और इंदिरा चौक इलाके में रमजानों की रौनक दिखने लगी। शहर की सभी मस्जिदों में पुताई का कार्य भी पूरा हो गया है। शहर इमाम सैयद मासूम अली आजाद ने बताया कि सोमवार को रमजान का चांद नजर नहीं आया। इसलिए रमजान का चांद मंगलवार को देखा जाएगा। पहला रोजा बुधवार को होगा। सभी रोजेदार कोरोना महामारी के चलते नियमों का पालन करें। साथ ही रहमत और बरकत वाले महीना रमजान में अल्लाह से कोरोना जैसी खतरनाक बीमारी के खात्मे के लिए दुआ करें। सेहत का भी ध्यान रखना जरूरी है। उधर, दुकानदार सलीम अहमद का कहना है कि रमजान में ज्यादातर बिक्री रात में होती है, लेकिन इस बार रमजान शुरू होने से पहले ही रात्रि कर्फ्यू लग गया है। जिसके कारण हम लोगों के आगे एक बड़ा संकट खड़ा हो गया है। सरसय्यद नगर के रहने वाले मुबीन खां कहते हैं कि कोरोना ने इबादत में खलल डालने का काम किया है। सभी मुसलमान माहे रमजान में कोरोना के खात्मे के लिए खुदा से दुआ करें।