Fear of bird flu in Moradabad : जिला टास्क फोर्स गठित, पक्षियों के शव भेजे गए भोपाल

Fear of bird flu in Moradabad ठाकुरद्वारा के एक ही गांव में दो सारस समेत नौ पक्षियों की मौत होने से ग्रामीण में दहशत का माहाैल है। वन विभाग के विशेष वाहक के जरिए एक सारस समेत तीन पक्षियों के शव को जांच के ल‍िए भोपाल भेजा गया है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Sun, 17 Jan 2021 01:40 PM (IST) Updated:Sun, 17 Jan 2021 01:40 PM (IST)
Fear of bird flu in Moradabad : जिला टास्क फोर्स गठित, पक्षियों के शव भेजे गए भोपाल
गोपीवाला के खेतों की मिट्टी और पानी के सैंपल की होगी जांच।

मुरादाबाद, जेएनएन। Fear of bird flu in Moradabad। ठाकुरद्वारा के एक ही गांव में दो सारस समेत नौ पक्षियों की मौत होने से ग्रामीण में दहशत का माहाैल है। बर्ड फ्लू से सतर्कता के लिए जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में टास्क फोर्स गठित कर दी गई है। 21 जनवरी को सर्किट हाउस में टास्क फोर्स की बैठक होगी। उधर, वन विभाग के विशेष वाहक के जरिए एक सारस समेत तीन पक्षियों को राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान, भोपाल(मध्य प्रदेश) भेज दिया गया है। वहीं जांच के बाद पक्षियों की मौत की वजह का पता लग पाएगा।

ठाकुरद्वारा के एक ही गांव में पक्षियों की मौत होने से सवाल खड़े हो रहे हैं। 13 जनवरी को गोपीवाला गांव पशु चिकित्सा विभाग और वन विभाग की टीम को नवोदय विद्यालय के पीछे यूकेलिप्टिस के बाग में पांच कौवे के शव मिले थे। टीम ने सर्दी से मौत होने की बात कहकर पांचों काैवे के शवों को उसी बाग में दफन करा दिया था। काैवे की मौतों को गंभीरता से नहीं लिया गया। 15 जनवरी को फिर से गोपीवाला गांव के ही किसान के खेत में दो सारस, डब और गौरैय्या की मौत होने से पशुपालन एवं चिकित्सा विभाग और वन विभाग के अधिकारियों में खलबली मच गई। देर रात को ही वन विभाग की टीम ने सारस, डब और गौरैय्या के शवों की पैकिंग कराई। इसके बाद उन्हें जांच के लिए राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान, भोपाल (मध्य प्रदेश) भेज दिया है। उधर, बर्ड फ्लू की रोकथाम की व्यवस्था करने के लिए जिला टास्क फोर्स समिति का गठन कर दिया गया है। डीएम इस समिति के अध्यक्ष हैं। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, सीएमओ, डीएफओ, डीपीआरओ, लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता, सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता टास्क फोर्स से सदस्य हैं।

मिट्टी और पानी की हो जांच

तहसील ठाकुरद्वारा के गोपीवाला गांव के पास से नहर बहती है। इसके अलावा जिस खेत में पक्षियों की मौत हो रही है, उसकी मिट्टी को जहरीली नहीं हो चुकी है। इसका पता लगाना भी जरूरी है। इसलिए नहर के पानी और खेत की मिट्टी की जांच भी होनी चाहिए, क्योंकि खेतों में पेस्टीसाइड डालने से भी कभी-कभार मिट्टी और पानी जहरीला हो जाता है। इसलिए मिट्टी और पानी की जांच कराई जानी चाहिए।

मांस बेचने वालों पर नजर रखेगा प्रशासन

जिले भर में चिकन और अंडे बेचने वालों पर नजर रखने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं। जिलाधिकारी ने खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग को मांस की दुकानों की साफ-सफाई रखने के लिए निर्देश जारी करने को कहा है। दुकानदार जिन ग्राहकों को चिकन बेच रहे हैं, उन्हें अच्छी तरह उबालकर खाने के लिए सलाह दे रहे हैं। अंडे कच्चे खाना भी बर्ड फ्लू के लिए सबसे बड़ा खतरा हो सकता है।

जिले के मुर्गी पालकों पर नजर रखी जा रही है। दूसरे प्रदेशों के मुर्गियां लाने पर रोक लगी हुई है। 24 जनवरी तक कोई पक्षी बाहर से मुरादाबाद नहीं आएगा। गोपीवाला गांव में मरने वाले तीन पक्षियों के शवों को जांच के लिए आइसीएआर (भोपाल) भेज दिया गया है। वहां से रिपोर्ट आने के बाद ही पक्षियों की मौत की सही जानकारी मिल पाएगी।

डॉ. हरिशंकर वर्मा, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी

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