सब्जियों के उचित दाम न मिलने से किसान परेशान,मूली के नहीं मिल रहे खरीदार Moradabad News

लॉकडाउन के बाद हालत ऐसी हो गई है कि मूली को खरीददार ही नहीं मिल रहे हैं। साथ ही खीरा दो रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है।

By Ravi SinghEdited By: Publish:Sat, 06 Jun 2020 11:05 AM (IST) Updated:Sat, 06 Jun 2020 11:05 AM (IST)
सब्जियों के उचित दाम न मिलने से किसान परेशान,मूली के नहीं मिल रहे खरीदार Moradabad News
सब्जियों के उचित दाम न मिलने से किसान परेशान,मूली के नहीं मिल रहे खरीदार Moradabad News

मुरादाबाद,जेएनएन। लॉकडाउन ने क्षेत्र के सब्जी उगाने वाले किसानों की कमर तोड़ दी है। सब्ज्यिों के उचित दाम न मिलने से उनकी परेशानी बढ़ गई है। इससे वे स्थानीय मंडी में ही सस्ते दामों में अपनी सब्जियां बेचने को मजबूर हैं।

भोजपुर के ग्रामए श्यामपुर हादीपुर, गूंगा नगला, मंडईयों, देवीपुरा आदि गांव में सब्जियों के दाम नहीं मिलने से किसानों को सब्जी फेंकनी पड़ रही है। मुहल्ला टंकी वाला के चेतराम ने बताया कि खीरा, मूली, शलजम, पालक की फसल बोई थी। खीरा चार रुपये किलो बिक रहा है। खरीदार न होने से मूली फेंकनी पड़ रही है। शलजम 10 से 12 किलो, पालक 10 रुपये किलो बिक रहा है। नई बस्ती के तीरथ ने बताया कि एक एकड़ में लौकी, खीरा, करेला आदि लगाया था। लॉकडाउन में सब्जियां मंडियों में जाना बंद हो गईं। अब लौकी दो रुपये किलो, खीरा दो रुपये किलो, ग्वार 5 रुपये किलो, करेला पांच रुपये किलो बिक रहा है। ऐसे में लागत भी नहीं निकल पा रही है। बगियावाला मुहल्ला निवासी बेगराम सिंह ने बताया कि सब्जियों के सही दाम मिलने बंद हो गए हैं, ऐसे में परिवार चलाना तक मुश्किल पड़ रहा है। मुहल्ला नाबपुर के मोहम्मद हनीफ ने बताया कि बटाई में जमीन लेकर चार बीघा खीरा लगाया था। अब औने-पौने दाम मिल रहे हैं। ज्यादातर फेंकना पड़ रहा है।  

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