मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा में तेंदुए को देख किसानों के पसीने छूटे
ठाकुरद्वारा के गांव में आजकल तेंदुए की दहशत से ग्रामीण परेशान है। दिन की छुपा छुपी अचानक किसानों के सामने तेंदुआ आ धमका । तेंदए को देखकर किसानों के पसीने छूट गए। किसी तरह भागकर अपनी जान बचाकर शोर मचाते हुऐ आबादी की ओर दौड़ लगा दी ।
मुरादाबाद, जेएनएन। ठाकुरद्वारा के गांव में आजकल तेंदुए की दहशत से ग्रामीण परेशान है। दिन की छुपा छुपी अचानक किसानों के सामने तेंदुआ आ धमका । तेंदए को देखकर किसानों के पसीने छूट गए। किसी तरह भागकर अपनी जान बचाकर शोर मचाते हुऐ आबादी की ओर दौड़ लगा दी ।
देर शाम कोतवाली क्षेत्र के गांव करने वाला जगती निवासी राजकुमार, घासीराम , मनोज व घनश्याम , अपने खेतों पर काम कर घर लौट रहे थे । इसी दौरान तेंदुआ गन्ने के खेत से निकल उनके सामने आ धमका तेंदुए को देख किसानों के पसीने छूट गए आनन-फानन में शोर मचाते हुए भाग कर अपनी जान बचाई । शोर की सूचना पर ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर जंगल की ओर दौड़े तो तेंदुआ भीड़ को देखकर नदी किनारे जंगल में छिप गया । ग्रामीणों का कहना है कि लगातार एक सप्ताह से तेंदुआ क्षेत्र में देखा जा रहा है। अब तक कई दर्जन से अधिक जंगली जानवरों का शिकार कर चुका है । विभागीय उदासीनता के कारण ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। दिन की छुपा छुपी ही तेंदुए की दहशत से क्षेत्रवासी अपने घरों में कैद हो जाते हैं । अब करने का सीजन आते ही गन्ना छिलाई शुरू हो चुकी है। मजबूरी बस किसानों को समूह बनाकर खेतों पर जाना पड़ रहा है। अपनी भी अपने पशुओं की रखवाली के लिए रात भर जागकर पहरेदारी करनी पड़ रही है । सूचना के बाद भी वन विभाग मौके पर नहीं पहुंच रहा है। तेंदुए दहशत से पानूवाला, बहादुर नगर आलमगीरपुर, मधुपुरी, पाडला, शेरपुर बहलीन, कुंडेश्वरा , मलकपुर सेमली, चावड, रायभूड, मुनीमपुर रामपुर भोकर आदि में दहशत कायम है । ग्रामीणों ने वन विभाग से तेंदुए को पकडऩे के लिए तीसरा लगाए जाने की मांग की।