श्रीराम मंद‍िर न‍िर्माण में भूम‍ि घोटाले के आरोप पर जताई नाराजगी, कहा-होना चाह‍िए मानहान‍ि का मुकदमा

राम मंदिर निर्माण में भूमि घोटाले को लेकर चल रही आरोप प्रत्यारोप की राजनीति से विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों में नाराजगी है। इस मुद्दे को लेकर विश्व हिंदू परिषद के प्रांत मंत्री डॉ. राज कमल गुप्ता ने इसका व‍िरोध जताया है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 07:02 AM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 07:02 AM (IST)
श्रीराम मंद‍िर न‍िर्माण में भूम‍ि घोटाले के आरोप पर जताई नाराजगी, कहा-होना चाह‍िए मानहान‍ि का मुकदमा
आरोप प्रत्यारोप की राजनीति से विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों में नाराजगी है।

मुरादाबाद, जेएनएन। राम मंदिर निर्माण में भूमि घोटाले को लेकर चल रही आरोप प्रत्यारोप की राजनीति से विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों में नाराजगी है। इस मुद्दे को लेकर विश्व हिंदू परिषद के प्रांत मंत्री डॉ. राज कमल गुप्ता ने कहा कि राम मंदिर का विरोध करने वाले अब बे सिर पैर के आरोप लगाकर हिंदू समाज को बांटने की साजिश कर रहे हैं।

उन्होंने बताया कि रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने जमीन खरीद की प्रक्रिया को लेकर लगाए गए आरोपों पर अपना स्पष्टीकरण दे दिया है। उन्होंने बताया कि जमीन को क्यों खरीदा गया और उसकी पूरी जानकारी भी उपलब्ध करा दी गई है। एक दिन में चंद मिनट के अंतराल पर कराई गई रजिस्ट्री प्रक्रिया के तहत हुई है। रजिस्ट्री बाजार मूल्य से कम पर ही कराई है। आरोप लगाने वालों के प्रांत मंत्री के खिलाफ मान हानि का केस किया जाना चाहिए। हम जनता को इस पूरी प्रक्रिया की जानकारी देंगे। पहले तो यह लोग राम मंदिर का विरोध करते रहे और अपने स्वार्थ के लिए आरोप लगा रहे हैं।

पेंशन के ल‍िए उठाई आवाज : बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग सुपरवाइजर्स एसोसएिशन रामपुर की जिलाध्यक्ष कांति गंगवार ने जिलाधिकारी को दिए ज्ञापन में कहा है कि वर्ष 2005 के बाद सेवा में आईं मुख्य सेविकाओं को पारिवारिक पेंशन की सुविधा इस शर्त के साथ है कि टियर एक में जमा धनराशि सरकार जब्त कर लेगी। वर्तमान में यह अमानवीय कार्य है। इसलिए 2005 के पूर्व एवं बाद में आईं मुख्य सेविकाओं को अपने कर्तव्य पालन के दौरान अपनी प्राणों की आहुति देने के कारण पुलिस कर्मियों की भांति असाधारण पेंशन स्वीकृत की जाए। जिससे दिवंगत मुख्य सेविकाओं के परिवारवालों को उनकी सेवानिवृत्ति की तिथि तक प्रगतिशील वेतन व भत्ते मिलते रहें। एनपीएस योजना से जुड़ी दिवंगत मुख्य सेविकाओं के टियर वन खाते में जो धनराशि जमा है उसको लाभ सहित एफडी के रूप में परिवार को तत्काल उपलब्ध कराई जाए। दिवंगत परिवार को मुआवजा दिया जाए। इस महामारी के दौरान डयूटी कर रहीं मुख्य सेविकाओं को फ्रंट लाइन वर्कर मानकर सभी सुविधाएं दी जाएं।

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