Expired Medicine Case : मुरादाबाद में एक्सपायर दवा वितरण के मामले की जांच पूरी, कोरोना दूसरी लहर में बांटी गईं थीं दवाएं
जांच करने पहुंची टीम ने जांच के बाद मौखिक जानकारी दी कि ये दवा कोरोना महामारी की दूसरी लहर में बांटी गई थी। अगर ऐसा था तो बुधवार को एमओआइसी ने जांच के बाद पत्र जारी करके पूरा खेल कर दिया। अफसर भी पसोपेश में हैं कि वो क्या करें।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। मरीजों की जिंदगी जिंदगी नहीं समझी जा रही है। डिलारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में विटामिन बी-काम्पलेक्स की 200 टेबलेट बुधवार को बांट दी गईं। शुक्रवार को जांच करने पहुंची टीम ने जांच के बाद मौखिक जानकारी दी कि ये दवा कोरोना महामारी की दूसरी लहर में बांटी गई थी। अगर ऐसा था तो बुधवार को एमओआइसी ने जांच के बाद पत्र जारी करके पूरा खेल कर दिया। अब अफसर भी पसोपेश में हैं कि वो क्या करें। एक दिन के लिए जांच रिपोर्ट रोक दी गई है।
डिलारी में एक्सपायर दवाएं बांटने के मामले में जांच का ढिंडोरा पीटा जा रहा है। एक्सपायर विटामिन बी-काम्पलेक्स की 200 टेबलेट बांटने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी नाटक कर रहे हैं। सुबह से दोपहर तक 200 टेबलेट बांटने के बाद जांच के बाद डिलारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विशाल दिवाकर ने रिपोर्ट भी मुख्यालय को भेज दी। अब इस मामले में लीपापोती करने का प्रयास किया जा रहा है। जांच अधिकारी डा. एके शर्मा, एनएचएम लिपिक को साथ लेकर गए थे। अब उन्हें बता दिया गया कि ये दवा बुधवार को नहीं बल्कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर में बांटी गई थी। इसकी रिपोर्ट अब भेजी गई है। एक्सपायर दवाओं का रजिस्टर मेनटेन दिखाया गया है। सवाल ये है कि अगर रजिस्टर और अन्य व्यवस्थाएं ठीक हैं तो फिर जांच का नाटक किसलिए किया गया।
महिला डाक्टर की खुद लगाते हाजिरी : जब सैंया भए काेतवाल तो डर काहे का... डिलारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के एमओआइसी डा. विशाल दिवाकर की पत्नी डा. जूही पिछले चार साल से वहीं पोस्टेड हैं। आलम ये है कि हाजिरी भी एमओआइसी खुद ही लगाते हैं। अस्पताल में प्रसव के कार्य एएनएम कराती हैं। किसी ने मैडम को कुछ बोल दिया तो साहब के कोप का भाजन बनना पड़ जाता है। पत्नी धामपुर में ही निवास कर रही हैं। इसकी जानकारी स्वास्थ्य अधिकारियों को होने के बाद भी चार साल में आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।
डिलारी में 200 टेबलेट एक्सपायर दवा की जांच के लिए टीम गई थी। एसीएमओ जांच रिपोर्ट तैयार करनेे के बाद देंगे। उसके बाद दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
डा. एमसी गर्ग, मुख्य चिकित्सा अधिकारी