Environment protection : मुरादाबाद का केंद्रीय विद्यालय हरित वाटिका में बदला, सजा मिलने पर बच्चे लगाते हैं पौधे
पर्यावरण के प्रति जागरूकता के जुनून में केंद्रीय विद्यालय को आदर्श बनाने में प्राचार्य विजेश कुमार पूरे तन मन से लगे हैं। पांच सालों में प्राचार्य विजेश कुमार की पर्यावरण प्रेमी सोच ने विद्यालय को हराभरा कर दिया है।
मुरादाबाद, जेएनएन। पर्यावरण के प्रति जागरूकता के जुनून में केंद्रीय विद्यालय को आदर्श बनाने में प्राचार्य विजेश कुमार पूरे तन मन से लगे हैं। पांच सालों में प्राचार्य विजेश कुमार की पर्यावरण प्रेमी सोच ने विद्यालय को हराभरा कर दिया है। उनका सपना विद्यालय को देश में सबसे अधिक अच्छा दिखाने का है। विद्यालय की यह तस्वीर यू ही नहीं बदली है। उन्होंने छात्रों के जन्मदिन, शिक्षकों के स्थानांतरण व छात्रों को सजा देने की एवज में पौधारोपण कराए। यह प्रयास पांच सालों से अनवरत चल रहा है। अब करीब 500 पौधे व पेड़ इस विद्यालय में हैं।
प्राचार्य की इस मेहनत की चर्चा विद्यालय से बाहर हुई तो अब दूसरे स्कूलों के प्रधानाचार्य भी भ्रमण करके हरियाली देख तारीफ करते हैं। कभी केंद्रीय विद्यालय में करीब दो एकड़ का ग्राउंड जर्जर हाल में पड़ा था लेकिन, अब हरियाली से सुसज्जित है। इसकी बाउंड्री के चारों ओर कदम, पाखड़, नीम, पीपल, गुलहड़, शीशम के पेड़ लगवा चुके हैं। पूरे मैदान में घास उगाई गई है। क्यारियों को हैज से सजाया है। इस ग्राउंड के अलावा प्रार्थना सभा के मैदान की क्यारियों में औषद्यीय पौधों के अलावा फूलों के पाैधे भी लगाए हैं। उनकी स्वयं की मेहनत के अलावा वह छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों और आगंतुकों ने पौधा रोपकर इन इस विद्यालय को हरित वाटिका में बदल दिया है। प्राचार्य विजेश कुमार कहते हैं कि वह केंद्रीय विद्यालय को देश का आदर्श विद्यालय बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें :-