Effect of Rain : कालागढ़ बांध से छोड़ा गया पांच हजार क्यूसेक पानी, रामगंगा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी
Effect of Rain कालागढ़ बांध से पांच हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया इससे रामगंगा का जलस्तर बढ़ गया। इसके चलते सभी संभावित जिलाें में अलर्ट जारी कर दिया गया है। हालांकि इस पानी से अभी खतरे वाली कोई बात नहीं है।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Effect of Rain : बिना मौसम के हो रही बारिश ने मैदानी क्षेत्र में किसानों को भारी नुकसान पहुंचाया है। वहीं, उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश से नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इसके चलते बांधों में जलस्तर पूरी क्षमता तक पहुंच रहा है। इसके कारण बांधों से पानी छोड़ा जाने लगा है। मंगलवार को कालागढ़ बांध से पांच हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया, इससे रामगंगा का जलस्तर बढ़ गया। इसके चलते सभी संभावित जिलाें में अलर्ट जारी कर दिया गया है। हालांकि, इस पानी से अभी खतरे वाली कोई बात नहीं है।
रामगंगा पहाड़ों से निकलकर बिजनौर से मैदानी क्षेत्र में आती है। बिजनौर से मुरादाबाद रामपुर होते हुए आगे निकल जाती है। मुरादाबाद में नदी करीब 62 किमी का सफर तय करती है। नदी का जल कालागढ़ डैम में संचित किया जाता है। यहां से जरूरत के अनुसार साल भर नहरों में पानी छोड़ा जाता है। कालागढ़ में जल भरण की क्षमता 365.30 मीटर है। मंगलवार सुबह रामगंगा कालागढ़ बांध का जलस्तर मंगलवार सुबह 362.80 मीटर पर पहुंच गया। दोपहर में जलस्तर 363.50 को पार पहुंच गया। इसके कारण कालागढ़ पानी छोड़ा जा रहा है। ताकि, पहाड़ों पर हो रही बारिश के कारण पीछे आ रहे पानी के लिए स्थान बरकरार रहे। इसके चलते मंगलवार दोपहर में पांच हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। देर रात तक पानी मुरादाबाद होकर गुजरना शुरू हो गया। बाद में और पानी छोड़े जाने की संभावना है। इसके चलते बाढ़ खंड की ओर रामगंगा के किनारे के गांव और शहर में अलर्ट जारी कर दिया गया है। प्रशासन को सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। पूरे एहतियात बरते जा रहे हैं। प्रशासन ने बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया। मंडलायुक्त आन्जनेय कुमार सिंह ने बताया कि कालागढ़ से पानी छोड़े जाना जरूरी है। हालांकि अभी घबराने वाली बात नहीं है।