मुरादाबाद में डीजल भरवाने के ल‍िए पंप पर पहुंचा था डंपर, अचानक केब‍िन से उठने लगीं आग की लपटें

सम्भल रोड स्थित गागन नदी पुल के पास लाल पंप पर डीजल लेने पहुंचे डंपर (ट्रक) के केबिन में आग लग गई। शार्ट सर्किट से डंपर के केबिन में लगी आग से पेट्रोल पंप के स्टाफ में भगदड़ मच गई।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 12:47 PM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 12:47 PM (IST)
मुरादाबाद में डीजल भरवाने के ल‍िए पंप पर पहुंचा था डंपर, अचानक केब‍िन से उठने लगीं आग की लपटें
लाल पंप पर डीजल लेने गए डंपर के केबिन में लगी आग, भगदड़ मची।

मुरादाबाद, जेएनएन। सम्भल रोड स्थित गागन नदी पुल के पास लाल पंप पर डीजल लेने पहुंचे डंपर (ट्रक) के केबिन में आग लग गई। शार्ट सर्किट से डंपर के केबिन में लगी आग से पेट्रोल पंप के स्टाफ में भगदड़ मच गई। मिट्टी-पानी जिसके जो हाथ लगा उसी से आग बुझाने के लिए कोशिश शुरू कर दी। पड़ोस के पेट्रोल पंप से अग्निशमन यंत्र मंगाकर किसी तरह आग पर काबू पाया जा सका। आग लगने से डंपर में लाखों रुपये का नुकसान हो गया।

नया मुरादाबाद निवासी बब्बन सिंह के डंपर में मिट्टी भरी थी। डंपर का चालक और क्लीनर डीजल लेने के लिए सम्भल रोड स्थित लाल पंप पर पहुंच गया। पंप की मशीन के करीब ही शार्ट सर्किट से डंपर के चालक केबिन में आग लग गई। इससे पेट्रोल पंप के स्टाफ में भगदड़़ मच गई। पंप मालिक भी केबिन से निकल आए। पेट्रोल पंप पर लगे सबमर्सिबल की पानी की बौछारों के केबिन में लगी आग बुझाने की कोशिश की। डंपर में मिट्टी भरी थी। क्लीनर ने बाल्टी में भरकर मिट्टी नीचे खड़े पंप कर्मी को दी, उसने मिट्टी से लेप लगाएं। पेट्रोल पंप पर लगे अग्निशमन यंत्रों के जरिए आग बुझने लगी। लेकिन, उनकी गैस खत्म हो गई। इस पर पंप के कर्मचारी पड़ोस के पेट्रोल पंप से गैस युक्त अग्निशमन यंत्र लेकर आए। चार अग्निशमन यंत्र पड़ोस के पंप से लाकर किसी तरह आग पर काबू पाया जा सका। पंप से अरशद अली ने फोन करके फायर स्टेशन को सूचना दी। लेकिन, आधा घंटे बाद भी दमकल नहीं पहुंचा।

पंप कर्मियों की मेहनत से टला हादसा

पेट्रोल पंप पर डंपर के केबिन में आग लगने से बड़ा खतरा टला है। पंप के नीचे भूमिगत टैंक बने होते हैं। टैंकों का कनेक्शन ऊपर लगी मशीनों से होता है। ऐसे में डंपर से निकल रहे शोलों की आग पंप की मशीन तक पहुंचने से आग बड़ा रूप भी ले सकती थी। पेट्रोल और डीजल के टैंकों तक आग पहुंचने से आसपास के इलाके को भी भयंकर आग की लपटों से नहीं बचाया जा सकता था।

इस तरह बरतें सावधानी

थ्रेसर का उपयोग करते समय डीजल इंजन या ट्रैक्टर के साइलेंसर को लंबे पाइप के द्वारा ऊंचाई पर रखें। थ्रेसर के उपयोग करते समय पास में कम से कम 200 लीटर पानी भरकर अवश्य रखें। वाहनों में बाल्टियों में बालू भरकर रखें। रोशनी के लिए सोलर लैंप, टॉर्च, इमरजेंसी लाइट इत्यादि बैटरी वाले यंत्र का ही प्रयोग करें। गर्मी से मौसम में वाहनों की सर्विस समय से कराएं। तार लूज होने के सार्ट सर्किट हो जाता है। इससे आपके वाहन में आग लग सकती है। अग्निशमन वाहन के आसानी से पहुंचने की व्यवस्था हो। खलिहान वैसी जगह हो जहां जल स्रोत नजदीक हो, जैसे नदी, तालाब, पैन, बोरिग। पूजा में उपयोग किए जाने वाले वस्तु यथा अगरबत्ती ,धूप ,दीपक इत्यादि पर नजर रखें ,जब तक कि वह पूरी तरह बुझ न जाए। किसी भी उत्सव के दौरान आतिशबाजी का प्रयोग ना तो स्वयं करें नहीं दूसरे को करने दें।

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