Moradabad District Jail : स्वजनों से बंद हुई मुलाकात तो बंदियों पर हावी होने लगा डिप्रेशन
Moradabad District Jail कोरोना महामारी की वजह से पिछले कई महीने से जिला जेल के कैदी परिवार के लोगों से नहीं मिल पाए हैं इसकी वजह से उनमें अवसाद बढ़ता जा रहा है। हालांकि पेशी की प्रक्रिया शुरू होने से उन्हें जरूर कुछ राहत मिली है।
मुरादाबाद, जेएनएन। जिला कारागार में बीते 10 माह से मुलाकात बंद है। वहीं मिलाई न होने से बंदियों के अंदर भी डिप्रेशन की समस्या बढ़ती जा रही है। हालांकि बंदियों को सप्ताह में तीन बार घर में फोन करने की इजाजत प्रदान की गई है। लेकिन बंदी स्वजनों को न देख पाने के कारण परेशान हैंं।
कोरोना महामारी के कारण जिला कारागार में मिलाई बंद है। जिला कारागार में मौजूदा समय में तीन हजार से ज्यादा बंदी मौजूद हैं। काेरोना महामारी के कारण मार्च माह में ही बंदियों से स्वजनों की मिलाई को बंद कर दिया गया था। इस आदेश को परिवर्तित करने के लिए बंदी कई बार गुहार लगा चुके हैं। लेकिन अभी तक शासन स्तर पर मिलाई के संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया है। हालांकि शासन ने बंदियों को घर पर बात करने की इजाजत प्रदान कर दी थी। जिसमें यह तय किया गया था, कि कोई भी बंदी हफ्ते में तीन दिन अपने परिवार के सदस्याें से फोन पर बात कर सकता है। फोन पर बात कराने की सुविधा जेल पीसीओ से प्रदान की गई थी। हालांकि इस सुविधा से बंदी बहुत ज्यादा संतुष्ट नहीं हैंं, वहीं परिवार के सदस्यों को देख न पाने के कारण बहुत सारे बंदी डिप्रेशन के भी शिकार हो गए हैं। वरिष्ठ जेल अधीक्षक उमेश सिंह ने बताया कि बंदियों की मिलाई शुरू करने का निर्णय शासन स्तर पर लिया जाएगा। लेकिन एक जनवरी 2021 से पेशी की प्रक्रिया शुरू होने से बंदियों की परेशान कम हुई है। जो बंदी अपनी तारीख पर कोर्ट जाते हैं, उस दौरान आते-जाते समय कचहरी परिसर में स्वजनों से मुलाकात का अवसर मिल जाता है। कारागार में कब मुलाकात शुरू होगी, इस संबंध में कोई आदेश अभी जारी नहीं हुआ है।