मलकपुर सेमली में बरकरार है तेंदुए का खौफ, ग्रामीणों ने घेरा मगर नहीं आया पकड़ में

ठाकुरद्वारा तहसील क्षेत्र के गांव मलकपुर सेमली में तेंदुए को देखकर ग्रामीणों ने शोर मचाया और घेर लिया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 23 Sep 2018 02:02 PM (IST) Updated:Sun, 23 Sep 2018 02:02 PM (IST)
मलकपुर सेमली में बरकरार है तेंदुए का खौफ, ग्रामीणों ने घेरा मगर नहीं आया पकड़ में
मलकपुर सेमली में बरकरार है तेंदुए का खौफ, ग्रामीणों ने घेरा मगर नहीं आया पकड़ में

मुरादाबाद: ठाकुरद्वारा तहसील क्षेत्र के गांव मलकपुर सेमली में तेंदुए को देखकर ग्रामीणों ने शोर मचा दिया। बाद में ग्रामीणों की भीड़ ने ईख को घेरकर कांबिंग की लेकिन तेंदुआ पकड़ में नहीं आया। इस बीच ग्रामीणों ने वन विभाग के खिलाफ भी हंगामा किया। इस बीच, शेरपुर पट्टी में तेंदुआ देखकर महिला बेहोश हो गई।

भीड़ ने ईख को घेरकर कांबिंग की लेकिन पकड़ में नहीं आया तेंदुआ

-कोतवाली के ग्राम महलकपुर में शनिवार को किसान खेत मे चारा लेने गए थे। इस बीच ईख के पास तेंदुआ दिखाई दिया। किसानों ने शोर मचाया तो गावों से ग्रामीण लाठी डंडे लेकर मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने ईख को चारों तरफ से घेर लिया। काफी देर तक कांबिंग कीए लेकिन तेंदुआ गायब हो गया। इस बीच वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची लेकिन तेंदुए का पता नहीं चला। वन क्षेत्राधिकारी डीसी शर्मा के अनुसार पगचिन्हों की तलाश की लेकिन पता नहीं चला।

शेरपुर पट्टी में तेंदुआ देखकर महिला बेहोश

-शेरपुर पट्टी में सत्यपाल सिंह की पत्‍‌नी सावित्री पशुओं का चारा लेने जंगल गई थी। वह रोड किनारे मंदिर के पास ईख से हरा पत्ता उतार रही थी। इस बीच ईख से निकलकर तेंदुए ने दहाड़ मार दी। तेंदुए को देखकर वह घायल हो गई। इस बीच आसपास के किसानों ने उसको उठाया। बाद में किसानों ने लाठी डंडे लेकर तलाश की लेकिन तेंदुआ नहीं मिला।

तेंदुए ने बकरे को खाया और न कैमरे में कैद

-बालापुर और मुनीमपुर के जंगलों में तेंदुआ न कैमरे में कैद हुआ और न ही बकरे का शिकार करने पहुंचा जबकि ग्रामीण के बीच चारों तरफ शोर मचता रहा। कोतवाली के ग्राम बालापुर में सत्रह सितंबर को बालक शिवा पर हमले के बाद वन विभाग ने पिंजरा लगा दिया था। दो दिन पूर्व कैमरे भी लगवा दिए। इसके साथ ही बालापुर में पिजरे के साथ कैमरों को लगवा दिया था। कल मुख्य वन संरक्षक ने दोनों पिंजरों के बाहर बकरों को भी बंधवाया था लेकिन तेंदुआ रातभर और न ही दिन में पिजरों के आसपास नहीं भटकाए कैमरों में भी उसकी चहलकदमी नहीं कैद हो सकी। पिंजरे से बकरी उठा ले गया तेंदुआ

-कोतवाली के ग्राम बालापुर में वन विभाग ने दो पिजरे लगाए थे। सुबह एक पिंजरे के बाहर बकरा और दूसरे के बाहर बकरी बंधी थी। दोपर में वन विभाग की टीम ने दोनों पिजरों का निरीक्षण किया तो बकरे बंधे थे। शाम को वन दरोगा मनीष कुमार और ग्राम प्रधान महेंद्र सिंह बकरी-बकरे को चारा डालने पहुंचे तो कूड़ेनाथ बाबा के स्थल के पास पिजरे के करीब बंधी बकरी गायब थी। तेंदुआ रस्सी तोड़कर बकरी उठा ले गया। इसके बाद वन विभाग की टीम ने आसपास सर्च की लेकिन अंधेरा होने पर पता नहीं चला। वन क्षेत्राधिकारी डीसी शर्मा के अनुसार दिन निकलने पर तेंदुए के पगचिन्ह और बकरी के अस्थिपंजर तलाश किए जाएंगे।

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