डॉक्टर ने स्टाफ नर्स को जड़ा थप्पड़ आफिस से भगाया

मूंढापांडे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मंगलवार को चिकित्सा अधीक्षक अपना आपा खो बैठे। स्टाफ नर्स ने डॉक्टर पर थप्पड़ जडऩे का आरोप लगाया है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Wed, 08 May 2019 12:16 PM (IST) Updated:Wed, 08 May 2019 12:16 PM (IST)
डॉक्टर ने स्टाफ नर्स को जड़ा थप्पड़ आफिस से भगाया
डॉक्टर ने स्टाफ नर्स को जड़ा थप्पड़ आफिस से भगाया

मुरादाबाद : मूंढापांडे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मंगलवार को चिकित्सा अधीक्षक अपना आपा खो बैठे। स्टाफ नर्स ने डॉक्टर पर थप्पड़ जडऩे का आरोप लगाया है। इस घटना के बाद अन्य कर्मचारियों ने भी चिकित्सा अधीक्षक पर अभद्रता के आरोप लगाए हैं।

क्‍या था मामला 

गाजियाबाद की मूल निवासी श्वेता सिंह मूंढापांडे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बतौर स्टाफ नर्स तैनात हैं। स्टाफ नर्स के मुताबिक 27 अप्रैल को उनके घर एक कार्यक्रम होना था। उसमें शामिल होने के लिए 26 अप्रैल को अवकाश के लिए प्रार्थना पत्र लिखा। उसको लेकर चिकित्साधिकारी डॉ. नरेंद्र के कार्यालय पहुंचीं। पता चला कि चिकित्साधिकारी दिल्ली में हैं, तब प्रार्थना पत्र उप चिकित्साधिकारी को सौंप दिया। इसके अलावा वाट्सएप के जरिए चार दिन अवकाश पर जाने की जानकारी भी उन्होंने अपने उच्चाधिकारी को दी और अपने घर चली गईं। वापस लौटने स्टाफ नर्स को पता चला कि उनकी छुट्टी मंजूर नहीं की गई है। श्वेता के मुताबिक आठ दिन बाद मंगलवार को चिकित्सा अधीक्षक के अस्पताल लौटने पर दोपहर करीब साढ़े बारह बजे वह उनसे मिलीं। वहां उप चिकित्सा अधीक्षक भी मौजूद थे। इस दौरान स्टाफ नर्स ने यह जानने का प्रयास कि छुट्टी का आवेदन देने क बावजूद उन्हें अनुपस्थित क्यों किया गया। स्टाफ नर्स का आरोप है कि इस सवाल से चिकित्सक अधीक्षक ने आपा खो दिया। अपने मेज को धक्का देते हुए वह आगे बढ़े। फिर थप्पड़ जड़ दिया। कार्यालय में अफरा-तफरी मच गई। मातहतों को आवाज देते हुए उन्होंने स्टाफ नर्स को आफिस से बाहर निकालने को कहा। सरेआम थप्पड़ मारे जाने से श्वेता रोते हुए कार्यालय से बाहर निकल गईं।

सहकर्मी ने भी बदसलूकी करने का मढ़ा आरोप 

सहकर्मी व नर्स के पद पर कार्यरत पूजा ने भी चिकित्सक पर आए दिन बदसलूकी करने का आरोप मढ़ा। कुछ ऐसे ही गंभीर आरोप स्टाफ नर्स आकांक्षा ने लगाए। चिकित्सा अधीक्षक डा. नरेंद्र ने ऐसी किसी घटना से इन्कार करते हुए थप्पड़ मारे जाने के आरोप को निराधार बताया। उन्होंने स्टॉफ नर्स से बात कराने की बात भी कहीं। वहीं एसीएमओ डॉ. डीके प्रेमी ने ऐसी किसी जानकारी से ही इन्कार किया।

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप

chat bot
आपका साथी