उधार के रुपये न चुकाने पड़े इसलिए आरएसएस पदाधिकारी को लगाया था जहरीला इंजेक्शन, हत्या में दो गिरफ्तार
RSS functionary Rakesh Murder Case नामजद आरोपित नरेश कुमार के साथ ही उसके भांजे अभिषेक को गिरफ्तार किया। हालांकि पुलिस अभी तक इस मामले में कई सवालों का जवाब नहीं दे सकी है। पुलिस का कहना है तीसरा आरोपित गिरफ्तार होगा इसके बाद ही हत्याकांड का पर्दाफाश होगा।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। RSS functionary Rakesh Murder Case : कांशीराम नगर के आरएसएस सह कार्यवाह की मौत के मामले में पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजने की कार्रवाई की है। मृतक की पत्नी की तहरीर पर पुलिस ने तीन लोगों पर नामजद मुकदमा दर्ज किया था। इस मामले में नामजद आरोपित नरेश कुमार के साथ ही उसके भांजे अभिषेक को गिरफ्तार किया। हालांकि, पुलिस अभी तक इस मामले में कई सवालों का जवाब नहीं दे सकी है। पुलिस का कहना है कि जब तीसरा आरोपित गिरफ्तार होगा, इसके बाद ही इस पूरे हत्याकांड का पर्दाफाश होगा।
मझोला थाना क्षेत्र के कांशीराम नगर निवासी राकेश कुमार सिंह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नगर सह कार्यवाह की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। पत्नी रेनू ने आरोप लगाया था कि 14 अक्टूबर को राकेश लाइन पार से घर लौट रहे थे। इस दौरान बसंत विहार निवासी फुफेरे भाई प्रदीप व नरेश के साथ ही अमरोहा के सेंधरी निवासी जीजा रामवीर सिंह ने उनका पीछा करके जहरीला इंजेक्शन लगा दिया था। उपचार के दौरान राकेश की 15 अक्टूबर को मौत हो गई थी। पुलिस ने पत्नी रेनू की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। मझोला थाना प्रभारी जीत सिंह ने इस मामले में नामजद आरोपित नरेश कुमार के साथ ही उसके भांजे अभिषेक निवासी उमरी सब्जीपुर थाना पाकबड़ा को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि राकेश से 18 लाख रुपये उधार लिए थे। वह रुपये लौटाने का दबाव बना रहे थे। इसके बाद आरोपित नरेश ने अपने भाई प्रदीप के साथ मिलकर राकेश की हत्या करने की साजिश रची थी। घटना के दिन खुद निजी अस्पताल में जाकर भर्ती हो गया था, ताकि किसी को उस पर शक न हो। प्रदीप ने भांजे अभिषेक के साथ मिलकर राकेश कुमार को जहरीला इंजेक्शन लगाया था। आरोपित नरेश के खिलाफ पहले से सम्भल के नखासा थाना क्षेत्र में हत्या का मुकदमा दर्ज है और वह जेल भी जा चुका है।
पुलिस इन सवालों का नहीं दे सकी जवाब : पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जहर की क्यों नहीं हुई पुष्टि, आरोपितों को जहरीला इंजेक्शन कहां से मिला, जहरीला इंजेक्शन लगाने का विचार कैसे आया, मुख्य साजिशकर्ता पकड़े जाने के बाद क्यों पूरी जानकारी नहीं मिली, दो नामजद आरोपितों की अभी तक गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई, सीसीटीवी फुटेज में क्यों नहीं चेक किए गए-अस्पताल में भर्ती करने वालों पर क्या कार्रवाई हुई।