चार साल के धीरज राजपूत ने बनाया राइम्स पढ़ने का विश्व रिकार्ड
चाऊ की बस्ती निवासी भीम सिंह के बेटे नवीन कुमार विशाखापत्तनम में नौकरी करते हैं। उनके चार वर्षीय बेटे धीरज को अनूठी प्रतिभा मिली है वह एक के बाद एक राइम्स याद करके उन्हें बिना अटके सुनाता चला जाता है।
मुरादाबाद, जेएनएन। मुरादाबाद लाइन पार चाऊ की बस्ती निवासी चार वर्षीय धीरज ने अनूठा विश्व रिकार्ड बनाया है। कंठस्थ की हुईं 151 इंग्लिश राइम्स लगातार सुनाने पर उनका नाम इंटरनेशनल बुक्स ऑफ रिकार्ड्स में शामिल किया गया है। गुरुवार को उन्हें इसका प्रमाण पत्र भी प्रदान किया गया। खास बात यह है कि धीरज ने अपना ही पिछला एक बार में 104 राइम्स सुनाने का रिकार्ड तोड़ा है। धीरज की इस उपलब्धि पर स्वजनों में खुशी से फूले नहीं समा रहे हैंं, वहीं उनके परिचित बधाई दे रहे हैं।
चाऊ की बस्ती निवासी भीम सिंह के बेटे नवीन कुमार विशाखापत्तनम में नौकरी करते हैं। उनके चार वर्षीय बेटे धीरज को अनूठी प्रतिभा मिली है, वह एक के बाद एक राइम्स याद करके उन्हें बिना अटके सुनाता चला जाता है। मां प्रियंका सिंह ने बताया कि धीरज की प्रतिभा का पता उन्हें तब चला जब उसने उसकी किताब में दी गईं सारी राइम्स को याद करके सुनाना शुरू किया। तब कुछ खास नहीं लगा। इन राइम्स के याद लेने के बाद और राइम्स याद कराईं वह भी याद कर लीं। तब स्कूल टीचर ने बताया कि इसमें याद करने की अद्भुत क्षमता है। उन्होंने इंटरनेशनल बुक्स ऑफ रिकार्ड्स का पता देते हुए हिस्सा लेने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि इसके बाद तैयारी शुरू कराई। किताबों के अलावा इंटरनेट से भी राइम्स लेकर याद करना शुरू किया। 31 अगस्त को पहली बार में 104 राइम्स सुनाई। 21 नवंबर को दोबारा प्रतियोगिता हुई तो उसमें 151 राइम्स सुनाकर विश्व रिकार्ड बनाया। नवीन कुमार ने बताया कि अब उनका लक्ष्य 200 राइम्स याद कर गिनीज बुक वर्ल्ड रिकार्ड्स में प्रतिभाग करने का है।