मुरादाबाद के टीएमयू में उप मुख्यमंत्री डाॅ. दिनेश शर्मा, कहा- महाविद्यालयों में शोध को जल्द देंगे मान्यता

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी का पांचवां दीक्षा समारोह हुआ। इसके मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा शाम‍िल हुए। इससे पूर्व उन्‍होंने होटल होलीडे रीजेंसी में भाजपा पदाधिकारियों के साथ बैठक की। उप मुख्यमंत्री ने पीएचडी की 149 डिग्री का वितरण किया।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 12:30 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 05:53 PM (IST)
मुरादाबाद के टीएमयू में उप मुख्यमंत्री डाॅ. दिनेश शर्मा, कहा- महाविद्यालयों में शोध को जल्द देंगे मान्यता
तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय में पांचवां दीक्षा समारोह का आयोजन क‍िया गया।

मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय का पांचवां दीक्षा समारोह शनिवार को मुख्य अतिथि उपमुख्यमंत्री डाॅ. दिनेश शर्मा की मौजूदगी में शुरू हुआ। कोरोना के कारण कार्यक्रम बेहद संक्षेप रहा। स्वागत के बाद उप कुलपति डाॅ. रघुवीर सिंह ने स्वागत संबोधन करते हुए व‍िश्‍वव‍िद्यालय की उपलब्धियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। साथ ही कोरोना काल में विश्वविद्यालय मेडिकल कॉलेज की ओर से की गई सेवा के बारे में बताया। कुलाधिपति सुरेश जैन ने दीक्षा समारोह की घोषणा की। इसके बाद उप मुख्यमंत्री ने पीएचडी की 149 डिग्री का वितरण किया। समारोह में 2018 से 2020 तक के 7,935 विद्यार्थियों को डिग्री तो वहीं टाप थ्री 450 स्टूडेंट्स को पदक प्रदान किए। इसमें 153 स्वर्ण, 149 रजत, 148 कांस्य पदक वितरित क‍िए गए।

दीक्षा समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए उपमुख्यमंत्री डाॅ. दिनेश शर्मा ने  सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी दी। कहा क‍ि प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री ने कोरोना के उपचार के लिए जो व्यवस्था की, वह अपने आप में उदाहरण है। ट्रिपल टी फार्मूला सफल हुआ। मेरा मानना है कि अपने जीवन में लक्ष्य निर्धारित करो, उसे पाने के लिए जुट जाओ। बिना लक्ष्य बनाए आगे बढ़ने से भटकाव आता है। मैंने टीचर बनने का लक्ष्य बनाया और लखनऊ विश्वविद्यालय में प्रोफेसर बना। अनायास ही राजनीति में आया। इसलिए लक्ष्य निर्धारित कर उसे प्राप्त करें, देश की सेवा भी करने का भाव अपने मन में अवश्य रखें। आज समय बदल रहा, आधुनिकता में हम अपने संस्कार से भटक रहे हैं। देश में शिक्षा प्राप्त कर विदेश में बस रहे हैं। मोदी जी स्टार्ट अप इंडिया, मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया आदि योजना चलाकर युवाओं को देश में ही रोजगार सृजन करनेे लायक बनाया। विदेशी भी अब भारतीय से डरने लगे हैं। उन्हें लगता है कि भारतीय आकर हमसे रोजगार छीन लेंगे। मैंने दुनिया भर के अनेक विश्वव‍िदयालयों में लेक्चर दिए हैं। शिक्षा को नजदीक से जाना है। विदेश जाने की सोचने के बजाय भारत को आगे बढ़ाने के लिए काम करना है। सरकार जल्द निर्णय करने जा रही है क‍ि महाविद्यालयों में शोध कार्य की मान्यता दे दी जाए। अभी थोड़ी देर में यूपी बोर्ड के परिणाम घोषित होने वाले हैं। उसमें हमने विद्यार्थियों का सही मूल्यांकन करने का प्रयास किया है, ताकि उन्‍हें आगे बढ़ने का मौका मिले। मैं कुलाधिपति से कहूंगा कि दुनिया भर के अनेक विश्वविद्यालय में संस्कृत विभाग हैं, लेकिन भारत के व‍िश्‍वव‍िदयालयों को संस्कृत विभाग खोलने में शर्म आती है। आप भी अपने यहां संस्कृत विभाग जरूर खोलें।

मंच पर पूछा कौन हैं आपके गाइड : दीक्षा समारोह में सर्वप्रथम पीएचडी की डिग्री प्रदान की गईं। इस दौरान जब एक बुजुर्ग शोधकर्ता अपनी डिग्री लेने पहुंचे तो उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने उनसे पूछा क‍ि आपके गाइड कौन हैं। अचानक सवाल पूछे जाने पर वे चौंक गए। दोबारा वहीं सवाल बोलने पर अपने गाइड का नाम बताया। इस बात को लेकर सभागार में ठहाके लगने लगे।

ये रहे मौजूद : दीक्षा समारोह में शहर विधायक रितेश कुमार गुप्ता, खादी ग्रामोद्योग के उपाध्यक्ष गोपाल अंजान, मेयर विनोद अग्रवाल, कांठ विधायक, राजेश कुमार चुन्नू, एमएलसी डॉ. जयपाल सिंह व्यस्त, बाल संरक्षण आयोग के चेयरमैन डॉ. विशेष गुप्ता, एमएलसी हरी सिंह ढिल्लो, पूर्व सांसद कुंवर सर्वेश कुमार सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह चौहान, जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. शैफाली चौहान, गिरीश वर्मा, साध्वी गीता, ग्रुप वाइस चेयरमैन मनीष जैन, एमजीबी अक्षत जैन, रजिस्ट्रार डा. आदित्य शर्मा, निदेशक प्रशासन अभिषेक कपूर, निदेशक छात्र कल्याण प्रो. एमपी सिंह, जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह, एसएसपी पवन कुमार मौजूद रहे।

चर्चा का विषय बना डाॅ. अरविंद गोयल का न आना : विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष डॉ अरविंद गोयल आयोजन में शामिल नहीं हुए। उनका न आना कार्यक्रम के दौरान चर्चा का विषय बना रहा। डाॅ. गोयल ने पिछले दिनों विश्वविद्यालय के कुलाध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था। डाॅ. गोयल मुरादाबाद के प्रसिद्ध शिक्षाविद व समाजसेवी हैं। समाजसेवा के क्षेत्र में उन्होंने अपने साथ मुरादाबाद का नाम दुनिया भर में नाम रोशन किया है। उन्हें देश के राष्ट्रपति, कई प्रदेशों के मुख्यमंत्री सम्मानित कर चुके हैं।

जीवन में कभी हार मत मानना : व‍िव‍ि के कुलाधिपति सुरेश जैन ने कहा कि जीवन में कभी हार मत मानना, अपने लिए कोई लक्ष्य निर्धारित मत करना। बस हमेशा मेहनत करते रहना। कुछ सफलता प्राप्त करके उसे मंजिल मान लेते हैं। लेकिन, मंजिल अंतिम समय तक प्राप्त नहीं होती। आप काम करते रहिए, नई नई ऊंचाइयां मिलती रहेंगी।

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