कोरोना संक्रमण से जान गंवाने वाले संविदा चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ के आश्रितों को मिलेगा 50 लाख रुपये मुआवजा
Dependents of Contract Doctors get Compensation कोरोना संक्रमण शांत होने के बाद स्वास्थ्य निदेशालय कोरोना से मरने वाले चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ की आडिट शुरू कर दिया है। परिवार वालों को मुआवजा व नौकरी देने की जानकारी ले रहा है।
मुरादाबाद, जेएनएन। Dependents of Contract Doctors get Compensation : कोरोना संक्रमण शांत होने के बाद स्वास्थ्य निदेशालय कोरोना से मरने वाले चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ की आडिट शुरू कर दिया है। परिवार वालों को मुआवजा व नौकरी देने की जानकारी ले रहा है। फाइल जिस अधिकारी के पास रुकी हुई होगी उससे जवाब तलब किया जा रहा है। गुरुवार को स्वास्थ्य निदेशालय के अधिकारियों ने वीडियो कांफ्रेंस के द्वारा बैठक की।
बैठक में कहा गया है कि कोरोना संक्रमण के दौरान संक्रमित रोगियों की इलाज कराने वाले काफी चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ की मौत हुई है। शासन के निर्देश के अनुसार चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ के आश्रितों को 50 लाख रुपये और स्थायी मृतक कर्मचारियों को नौकरी देने की प्रावधान किया है। जिसके में काफी मृतक आश्रितों को नौकरी या मुआवजा नहीं मिला है। इस लिए शासन के निर्देश पर आडिट शुरू कर दिया है।
सभी चिकित्सकों की विस्तृत जानकारी मांगी जा रही है। मुख्य चिकित्साधिकारी मुरादाबाद डा. एमसी गर्ग ने जानकारी दी कि कोरोना संक्रमण से दो चिकित्सक व चार पैरामेडिकल स्टाफ की मौत हो चुकी है। जिसमें दो चिकित्सक और एक कर्मचारी संविदा पर कार्य कर रहे थे। तीनों के परिवार वालों को 50-50 लाख रुपये मुआवजा दिया जा चुका है। संविदा चिकित्सकों व कर्मचारियों को नौकरी देने का नियम नहीं है, इस लिए नौकरी नहीं दी गई है। स्थायी एक पैरामेडिकल स्टाफ के एक आश्रित को नौकरी दी जा चुकी है।
दूसरे पैरामेडिकल स्टाफ के आश्रितों को नौकरी देने की फाइल बनाकर स्वास्थ्य निदेशालय भेजा गया है। तीसरे पैरामेडिकल स्टाफ के आश्रित पढ़ाई कर रहा है, उसके बाद नौकरी लेगा। आडिट टीम में शामिल अधिकारी ने स्वास्थ्य के अधिकारियों को आदेश दिया है कि फाइल का शीघ्र निपटारा कर नौकरी देने का आदेश जारी करने का आदेश दिया है। समीक्षा करने वाले अधिकारी मुरादाबाद के कार्य से संतोष प्रकट किया है।