Dengue in Moradabad : जिले के डिलारी में फिर मिले डेंगू के 22 मरीज, एक आशंकित की मौत
Dengue in Moradabad गांवों में लार्वा नष्ट कराया गया है। इसके साथ ही पाकबड़ा थाना क्षेत्र के माता वाली मिलक में भी बुखार के मरीज तलाशे गए। इस गांव में डेंगू का कोई मरीज पुष्ट नहीं हुआ है।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। जिले में डेंगू का प्रकोप कम नहीं हो रहा है। डिलारी के गक्खरपुर गांव में शुक्रवार को फिर 22 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इन सभी के एलाइजा टेस्ट कराए गए थे। वहीं गक्खरपुर के डेंगू आशंकित की काशीपुर के निजी अस्पताल में मौत होने से गांव में खलबली मची हुई है। स्वास्थ्य अधिकारियों के भी पसीने छूटे हुए हैं। तमाम अहतियात बरतने के बाद भी डेंगू के मरीज कम नहीं हो रहे हैं। डेंगू, मलेरिया को लेकर स्वास्थ्य विभाग में खलबली मची हुई है।
डिलारी के गांव गक्खरपुर में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डेरा डाले रखा। जिला अस्पताल से मिली 22 लोगों की एलाइजा रिपोर्ट में 22 को डेंगू की पुष्टि हुई है। वहीं गांव के ही एक व्यक्ति की काशीपुर स्थित निजी अस्पताल में मौत हुई है। डिलारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 27 डेंगू के मरीजों को भर्ती हैं। जिनका इलाज किया रहा है। इसके साथ ही गक्खरपुर में बुखार के मरीजों की टेस्टिंग भी कराई जा रही है। मलेरिया विभाग के नोडल अधिकारी डाॅ. संजीव बेलवाल ने बताया कि डेंगू का मच्छर 400 मीटर की दूरी तक ही उड़ सकता है। 15 दिन की जिंदगी होती है। सात दिन में वो काटने लायक बनता है। गांवों में लार्वा नष्ट कराया गया है। इसके साथ ही पाकबड़ा थाना क्षेत्र के माता वाली मिलक में भी बुखार के मरीज तलाशे गए। इस गांव में डेंगू का मरीज पुष्ट नहीं हुआ है।
डेंगू के मरीजों को तलाशने के लिए टीमें गक्खरपुर में डेरा डाले हुए हैं। काशीपुर में एक व्यक्ति की मौत हुई है। डेंगू की पुष्टि नहीं हुई है। अस्पताल से बात करने के बाद पता चलेगा कि उन्होंने एलाइजा टेस्ट कराया है या नहीं।
डाॅ. एमसी गर्ग, मुख्य चिकित्सा अधिकारी