पशुओं को निकालने के लिए गंगा में घुसा बुजर्ग, डूबकर हो गई मौत

Death by drowning in Ganges सम्भल के गुन्नौर में लापरवाही बरतने पर एक बुजुर्ग की जान चली गई। गंगा के अंदर पशुओं को बाहर लाने गया बुजुर्ग खुद को बचाने में कामयाब नहीं हो पाया।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 07:14 PM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 07:14 PM (IST)
पशुओं को निकालने के लिए गंगा में घुसा बुजर्ग, डूबकर हो गई मौत
पशुओं को निकालने के लिए गंगा में घुसा बुजर्ग, डूबकर हो गई मौत

सम्भल, जेएनएन। गुन्नौर के रजपुरा थाना क्षेत्र के गांव करकौरा निवासी 60 वर्षीय वृद्ध बुधवार की दोपहर पुलिस चौकी टी प्वाइंट क्षेत्र में पशु चराने गए थे। पशु गंगा में चले गए जिन्हें बाहर निकालने के लिए वृद्ध भी पशुओं को निकालने के लिए गंगा में घुस गया। गहरा पानी होने की वजह से वह डूब गया और उसकी मौत हो गई। स्वजनों ने बिना किसी पुलिस कार्रवाई के ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया।

बुधवार की दोपहर थाना क्षेत्र के गांव करकौरा निवासी रामधारी 60 वर्षीय पुत्र मदनमोहन थाना क्षेत्र की पुलिस चौकी टी प्वाइंट के क्षेत्र में गंगा के किनारे पशुओं को चराने गए थे। गर्मी की वजह से उसके पशु गंगा में घुस गए। पशुओं को निकालने के लिए रामधारी गंगा में घुस गया। पानी ज्यादा होने की वजह से वृद्ध डूब गया। वृद्ध को डूबता देख और पशु चरा रहे लोगों ने शोर मचाना शुरु कर दिया। शोर सुनकर आसपास खेतों में काम कर रहे लोग मौके की तरफ दौड़ पड़े। ग्रामीणों ने किसी तरह रामधारी को बाहर निकाला. लेकिन जब तक उसकी मौत हो चुकी थी। सूचना पाकर मौके पर स्वजन भी पहुंच गए। स्वजन शव को लेकर घर आए और बिना किसी पुलिस कार्यवाही के ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया।

अभी नहीं मिला कामिनी व नेत्रपाल का शव

सिसौना डांडा गंगा तट पर पतियों केा बचाने के चक्कर में डुबीं कामिनी, सरिता और मीनाक्षी में से दो का शव तो मिल गया लेकिन कामिनी का शव आज तक नहीं मिला। स्वजन अब शव मिलने की आशा भी छोड़ चुके हैं। उधर 26 जून को गंगा में बबराला तट पर डुबे नेत्रपाल का शव भी आज तक बरामद नहीं हो सका है। यह भी गंगा में डूबे थे।

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