Cyber Crime : एप डाउनलोड करते ही खाते से गायब हो जा रहे रुपये, ठगी के लिए नया तरीका अपना रहे ठग
New way of Cyber Fraud साइबर ठग किसी नई तकनीकी का प्रयोग कर साइबर ठगी के कार्य में जुट जाते हैं। देश में नहीं विदेश में बैठकर ठग मेहनत की कमाई बैंक खाते से चोरी करने का काम कर रहे हैं।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। New way of Cyber Fraud : साइबर ठग लोगों को ठगने के लिए नए-नए तरीके अपनाते रहते हैं। पुलिस जितनी तेजी से साइबर ठगों की तकनीकी समझने का प्रयास करती है, उससे पहले ही साइबर ठग किसी नई तकनीकी का प्रयोग कर साइबर ठगी के कार्य में जुट जाते हैं। देश में नहीं विदेश में बैठकर ठग मेहनत की कमाई बैंक खाते से चोरी करने का काम कर रहे हैं। साइबर सेल ने ठगी का शिकार हुए नौ लोगों के 1.84 लाख रुपये वापस कराने की कार्रवाई की।
सिविल लाइंस थाना क्षेत्र की जिगर कालोनी निवासी कहकसा जावेद को साइबर ठगों ने रिश्तेदार बनकर फोन किया। इसके बाद ठग ने उनके खाते में पैसे डालने का लालच दिया। ठगों की बातों में फंसकर उन्होंने मोबाइल पर आए मैसेज की जानकारी दे दी, इसके बाद साइबर ठग ने उनके बैंक खाते से 77 हजार 999 रुपये निकाल लिए। मामले की जानकारी होने पर उन्होंने तत्काल साइबर सेल को सूचना दी, जिसके बाद उनकी रकम वापस कराने की कार्रवाई की गई। साइबर ठगों ने दूसरा शिकार कटघर थाना क्षेत्र के एवर ग्रीन स्कूल के पास रहने वाले अमित कुमार को बनाया। 40 हजार रुपये निकाल लिए थे, सूचना मिलते ही साइबर सेल ने पूरी रकम वापस कराने की कार्रवाई की। नागफनी थानाक्षेत्र के दसवां घाट रामलीला मैदान निवासी शुभम को रिश्तेदार बनकर साइबर ठगों ने यूपीआई पिन की जानकारी लेने के बाद बैंक खाते 24 हजार 890 रुपये निकाल लिए थे। साइबर सेल ने उनकी भी पूरी रकम वापस कराई। कुंदरकी थाना क्षेत्र के गांव नानपुर निवासी विवेक सिंह को ठगने के लिए साइबर ठगों ने ऑनलाइन खरीदारी करने का लालच दिया। इसके बाद सामान की डिलीवरी के लिए जब फोन किया तो साइबर ठग ने एनीडेस्क एप्लीकेशन डाउनलोड करने के लिए कहा। इसके बाद उसके खाते से 14 हजार 766 रुपये निकाल लिए गए। सूचना मिलने पर साइबर सेल ने विवेक सिंह की भी पूरी रकम वापस कराने में सफलता पा ली।सिविल लाइंस के अगवानपुर निवासी मोसिद अली को भी अज्ञात ने फोन पर रिश्तेदार बनकर नौ हजार रुपये निकाल लिए थे, सूचना मिलने के बाद साइबर सेल ने पैसे वापस कराने की कार्रवाई की। मझोला के जवाहर नगर निवासी अरशद अली को बताया कि गलती से उनकी रकम उनके खाते में आ गए हैं। उन्हें वापस करने के लिए ठगों ने एक लिंक भेजकर यूपीआई पिन डलवा कर फोन पे के जरिए बैंक खाते से पांच हजार रुपये निकाल लिए थे, साइबर सेल ने पूरी रकम वापस करा दी। पाकबड़ा निवासी रविन्द्र से भी रिश्तेदार बनकर साइबर ठगों ने तीन हजार रुपये ठग लिए। उनकी पूरी रकम वापस करा दी गई। मझोला के मिलन विहार निवासी मनीषा सिंह से अज्ञात ने गूगल से एनीडेस्क एप्लीकेशन इंस्टॉल कराकर उनके खाते से 19 हजार 98 रुपये ठग लिए। साइबर सेल ने उनके 10 हजार 99 रुपये वापस करा दिए। इस तरह कुल नौ मामलों में एक लाख 84 हजार रुपये वापस कराने की कार्रवाई साइबर सेल ने की।