Cyber crime in Amroha : साइबर अटैक के सामने नाकाम साबित हो रहे अमरोहा पुलिस के हथियार

Cyber crime in Amroha साइबर अपराध को रोकना व होने के बाद उनका राजफाश करने में पुलिस के हथियार फेल साबित होते हुए नजर आ रहे हैं। यही वजह है कि न सिर्फ वारदातों की संख्या में इजाफा हो रहा है बल्कि लोगों को भी नुकसान हो रहा है।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 07:46 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 07:46 PM (IST)
Cyber crime in Amroha : साइबर अटैक के सामने नाकाम साबित हो रहे अमरोहा पुलिस के हथियार
पुरानी वारदतों का पता नहीं, नई घटनाएं दे रहीं चुनौती, जांच की आस में टूट रही उम्मीद।

मुरादाबाद, जेएनएन। Cyber crime in Amroha :  साइबर अपराध को रोकना व होने के बाद उनका राजफाश करने में पुलिस के हथियार फेल साबित होते हुए नजर आ रहे हैं। यही वजह है कि न सिर्फ वारदातों की संख्या में इजाफा हो रहा है बल्कि लोगों को भी भारी नुकसान हो रहा है। जांच की आस में पीड़ितों की उम्मीदें भी टूटती जा रही है। औद्योगिक नगरी में एक नहीं ऐसी कई वारदात सामने आ चुकी हैं। कभी एटीएम कार्ड बदलकर रकम उड़ाई जा रही है तो कभी फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर। खाता हैक कर रकम ऐंठनेे की वारदात हो रही हैं।

इसके बाद भी पुलिस का तंत्र इन अपराधियों को पकड़ने में फेल है। जबकि ऐसे लोगों को नजर रखने के लिए महकमे में अलग से एक साइबर सेल का गठन है। दीगर बात है कि ऐसे घटनाओं को अंजाम देने वाले अपराधियों को पुलिस का जरा खौफ नहीं होता है। इसलिए साइबर अटैक बढ़ता जा रहा है। अमरोहा साइबर सेल प्रभारी रविंद्र सिंह ने बताया कि साइबर अपराध से जुड़ी प्रत्येक घटना पर कार्य किया जा रहा है। जल्द ही आरोपितों को पकड़ा भी जाएगा।

केस - 1 : वसीम पुत्र कामिल निवासी गांव शकरगढ़ी थाना रहरा के रहने वाले हैं। वह अहमदाबाद में मकानों में सीलिंग का कार्य करता हैं। 19 जुलाई को गजरौला में एटीएम से 25 हजार रुपये निकालने के लिए खादगुजर चौराहे के पास स्थित एक्सिस बैंक के एटीएम पर गए तो मौजूद एक युवक ने मदद करने के बहाने उनका एटीएम कार्ड बदल लिया और कुछ ही देर में दस बार में एक लाख रुपये निकाल लिए। अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

केस - 2 : मुहल्ला धुनपुरी निवासी स्वास्थ्य विभाग की आशा शीतल शर्मा 23 जुलाई को एसबीआइ बैंक के एटीएम कार्ड से रुपये निकालने के लिए खादगूजर चौराहा स्थित बैंक आफ बडौदा के एटीएम पर पहुंची थी। रुपये नहीं निकलने पर वहां खड़े युवक ने चेक करने के बहाने उनका एटीएम कार्ड ले लिया। बाद में उसने कार्ड यह कहकर लौटा दिया कि उनके खाते में पैसे नहीं हैं। डेढ़ घंटे के बाद उनके मोबाइल पर दो बार में साढ़े 12 हजार रुपये खाते से निकलने का मैसेज आया। तब उन्होंने देखा तो उनके पास किसी दूसरे का एटीएम कार्ड था, जो संबंधित युवक ने बदलकर उन्हें थमा दिया था। इस मामले में भी कोई सुनवाई नहीं हुई।

केस - 3 : नगर के मुहल्ला सैफी नगर निवासी सुशील 28 जुलाई को खादगुर्जर चौराहे पर बैंक ऑफ बड़ौदा के एटीएम से पैसे निकलने के लिए गया था। वहां पर मशीन ने उसके कार्ड को ब्लॉक बताया। आरोप है कि जब वह वहां से घर आया और उसने मोबाइल चेक किया तो उसमें तीन मैसेज आए। जिसमें तीन बार में 73 हजार रुपये कटने की जानकारी मिली। अभी तक इस प्रकरण में भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।

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