Cyber Crime : बैंक मित्र को लोन दिलाने के नाम पर सवा लाख रुपये की ठगी, जांच में जुटी पुलिस

ज‍िले के अगवानपुर मेा साइबर अपराधियों ने बैंक मित्र को लोन दिलाने के नाम पर सवा लाख रुपये की ठगी की। ठगी का पता चलने पर पीड़ित ने साइबर थाने में शिकायत कर कार्रवाई की मांग की। शिकायत के बाद पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Thu, 22 Jul 2021 01:12 PM (IST) Updated:Thu, 22 Jul 2021 01:12 PM (IST)
Cyber Crime : बैंक मित्र को लोन दिलाने के नाम पर सवा लाख रुपये की ठगी, जांच में जुटी पुलिस
शिकायत के बाद पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

मुरादाबाद, संवाद सहयोगी। ज‍िले के अगवानपुर मेा साइबर अपराधियों ने बैंक मित्र को लोन दिलाने के नाम पर सवा लाख रुपये की ठगी की। ठगी का पता चलने पर पीड़ित ने साइबर थाने में शिकायत कर कार्रवाई की मांग की। शिकायत के बाद पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

छजलैट थाना क्षेत्र के गांव कोकरपुर नत्था नगला निवासी त्रिवेंद्र कुमार बैक मित्र हैं। उन्होंने बताया कि बीते पांच जुलाई को उनके मोबाइल पर लोन के लिए एक मैसेज आया था। उन्होंने जब संपर्क किया तो एक लाख रुपये की लोन की बात की। इसके बाद लोन के लिए खर्च होने के नाम पर 25 हजार रुपये अकाउंट में डालने के लिए कहा गया। लेकिन बाद में पीड़ित से साइबर ठगों ने अलग-अलग कार्रवाई के नाम पर एक लाख 23 हजार रुपये ठग लिए। जब पीड़ित को ठगी का अहसास हुआ,तो उन्होंने जिगर कॉलोनी स्थित साइबर थाने में ठगी की शिकायत की।

युवक की मौत : अमरोहा के गजरौला में गांव बसैली में ईख के खेत में कीटनाशक दवा कर छिड़काव कर घर आए युवक की हालत बिगड़ गई। इसके बाद उसकी मौत हो गई। युवक की मौत से स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल है। ईद की खुशियां भी काफूर हो गई। हालांकि स्वजन ने बिना किसी कानूनी कार्रवाई के ही शव को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया। गांव बसैली निवासी 35 वर्षीय नूर मोहम्मद पुत्र आसे अपने ईख के खेत में कीटनाशक दवा का छिड़काव कर घर आया था। वह बीमार भी रहता था। इसके बाद उसकी हालत बिगड़ गई। सुबह में हालत ज्यादा बिगड़ी तो उसे हाईवे पर किसी निजी अस्पताल में ले गए। वहां पर उसकी मौत हो गई। आशंका जताई जा रही है कि कीटनाशक के प्रभाव से मौत हो गई। हालांकि शाम को स्वजन ने बिना किसी कानूनी कार्रवाई के ही शव को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया। उधर, ईद के दिन युवक की मौत से स्वजन का रो-रोकर बुराहाल है। खुशियां मातम में बदल गईं।

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