कूड़ा निस्तारण करने वाले संस्थानों को सम्मानित करेगा निगम
शहर को स्वच्छ बनाने को सहायक नगर आयुक्त ने बैठक करके सभी शहरवासियों से सहयोग मांगा है।
सहायक नगर आयुक्त ने बैठक करके सभी से मांगा सहयोग जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : प्रतिदिन सौ किलो गीला कूड़ा इकट्ठा करने वाले या पांच हजार वर्ग मीटर में बने संस्थानों को स्वच्छता सर्वेक्षण में मुरादाबाद को देश भर में चमकाने के लिए नगर निगम का सहयोग करना होगा। इसके लिए ऐसे सभी संस्थान अपने यहां कूड़े के निस्तारण को प्लांट लगाकर खाद बनाएं। एक सप्ताह में सभी संस्थानों को शपथ पत्र देना होगा। ऐसा न करने वाले संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई भी होगी। इस क्षेत्र में जो अच्छा काम करेंगे, उन संस्थानों को नगर निगम सम्मानित करेगा।
गुरुवार को दोहपर बारह बजे पीलीकोठी स्थित कंट्रोल रूम कार्यालय में सहायक नगर आयुक्त (प्रथम) की अध्यक्षता में स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 की तैयारियों को लेकर बैठक हुई। इस दौरान नगर निगम सीमा में आने वाले बल्क वेस्ट जनरेटर्स के संचालकों और प्रबंधकों को बुलाया गया। बल्क वेस्ट जनरेटर्स उन संस्थानों को कहा जाता है जो प्रतिदिन 100 किलो गीला कूड़ा इकट्ठा करते हैं या उनका संस्थान 5000 वर्ग मीटर में बना है। इनमें होटल, मैरिज लॉन, मार्केटिंग कापलेक्स आदि शामिल हैं। सहायक नगर आयुक्त गंभीर सिंह ने कहा कि पिछले सर्वे में हम कूड़ा सड़कों पर मिलने की वजह से पिछड़ गए थे। जनवरी में फिर से सर्वेक्षण होना है। इस बार अभी से तैयारी करनी है। किसी भी हाल में हमको इस बार देश की टॉप-10 की सूची में शामिल होना है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता में शहर के हर नागरिक को सहभागिता निभानी है। सभी बल्क कूड़ा जनरेटर्स अपने यहां सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगा लें। उन्होंने कहा कि अच्छा काम करने वाले संस्थानों को नगर निगम की तरफ से सम्मानित किया जाएगा। इस पर सभी ने जल्द ही प्लांट लगाकर खाद बनाने का काम शुरू कराने का आश्वासन दिया। बैठक जोनल सैनेट्री अधिकारी महेश चंद्र वर्मा, मुख्य सफाई एवं खाद्य निरीक्षक दिलशाद हसन, कॉन्सलटेंट नासिर और शिल्पा के अलावा 35 संस्थानों के लोग शामिल हुए।
शहर को सुंदर बनाने को संस्थानों के सामने गमले लगाएं
- सहायक नगर आयुक्त गंभीर सिंह ने दिल्ली रोड स्थित स्प्रिंग फील्ड स्कूल की तरह संस्थानों से गमले लगाने की अपील की है। पेट्रोल पंप और होटल मालिकों से भी कहा गया है कि शहर को सुंदर बनाना हम सबकी जिम्मेदारी है। सभी को चाहिए कि वह अपने संस्थानों के आगे गमले लगाकर सुंदर बना लें। स्वच्छता सर्वेक्षण के दौरान इसका भी शहर को लाभ मिलेगा।