Coronavirus effect : दिल्ली से घर लौटने लगे प्रवासी, मुरादाबाद के कई लोगों का छिन गया रोजगार
देश के बड़े शहरों में काम करने वाले प्रवासियों ने अपने घरों को लौटना शुरू कर दिया है। पिछले साल जैसी कुछ तस्वीरें रविवार को दिखाई दीं। दिल्ली से लौटे अगवानपुर के प्रवासियों को लाकडाउन में वाहन नहीं मिला तो पैदल ही उन्हें घर लौटना पड़ा।
मुरादाबाद, जेएनएन। देश के बड़े शहरों में काम करने वाले प्रवासियों ने अपने घरों को लौटना शुरू कर दिया है। पिछले साल जैसी कुछ तस्वीरें रविवार को दिखाई दीं। दिल्ली से लौटे अगवानपुर के प्रवासियों को लाकडाउन में वाहन नहीं मिला तो पैदल ही उन्हें घर लौटना पड़ा। इसी तरह मूंढ़ापाडे और बिलारी के गांवों में भी प्रवासियों के लौटने का सिलसिला शुरू हो गया है।
नगर पंचायत अगवानपुर के रहने वाले मुहम्मद फैज, मुनब्बर हुसैन, अरबाज हुसैन और शमी एजाज दिल्ली में किताबों की बाइंडिंग का काम करते थे। दिल्ली में कोरोना की वजह से हालात खराब हैं। इसलिए बाइंडिंग का काम बंद हो गया। बेरोजगार होने पर चारों दिल्ली से किसी तरह मुरादाबाद रोडवेज बस अड्डा तक पहुंच गए। लेकिन, रविवार को लाक़डाउन की वजह से अगवानपुर चक जाने के लिए वाहन नहीं मिला। उन्हें पैदल ही करीब अठारह किलोमीटर का सफर तक करके अपने घर जाना पड़ा। इसी तरह रविवार को दिन भर प्रवासी मजदूरों के दिल्ली और अन्य प्रदेशों से आने का सिलसिला चलता रहा। उत्तराखंड से भी कुछ श्रमिक बस अड्डे पर पहुंचे। यहां बस न मिलने की वजह से जमीन पर ही चादर बिछाकर लेट गए। रेलवे स्टेशन पर भी यात्रियों के आने-जाने का क्रम जारी रहा। मुरादाबाद से भी तमाम लोग पूर्वी उत्तर प्रदेश जाने के लिए ट्रेनों का इंतजार कर रहे थे। इनमें तमाम लोग ईंट भट्ठा मजदूर भी हैं। कोरोना के बढ़ते संक्रमण की वजह से घरों में काम करने वाले नौकरों के साथ भी दिक्कत आ रही है। कई उद्यमियों ने नौकरों से घरों में काम कराने से मना कर दिया है। टीपी नगर में कबाड़ी की दुकान पर काम करने वाले बिहार से रामवीर यादव ने बताया कि वह रात को दुकान में ही सो जाता था। लेकिन, इन दिनों काम में मंदी आने की वजह से मालिक ने उससे मना कर दिया। मालिक का कहना है कि कहीं और काम की तलाश करो। कई जगह काम देखा नहीं मिला। इसकी वजह से घर लौटना पड़़ रहा है।