Corona fighters : शादी के 20 दिन बाद ही कोरोना वार्ड में करने लगीं थीं ड्यूटी, ससुराल के लोगों ने बढ़ाया हौसला
वर्ष 2016 से जिला अस्पताल में तैनात स्टाफ नर्स सरिता शुक्ला मूल रूप से लखीमपुर खीरी जनपद के गोला गोकर्णनाथ की रहने वाली हैं। उनकी शादी 26 फरवरी 2020 को लखीमपुर खीरी के ही पीयूष अवस्थी के साथ हुई थी। शादी के बाद चार दिन ही ससुराल रहीं।
मुरादाबाद [भास्कर सिंह]। साल भर पहले कोरोना वायरस ने दुनिया के सभी देशों को खौफजदा कर दिया था। तब चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी जान पर खेलकर कोरोना के खिलाफ जंग लड़ी थी। इस जंग में जिले के भी कई चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी संक्रमित हो गए थे। बावजूद इसके वे अपने कर्तव्य का पालन करने से पीछे नहीं हटे। इस मुश्किल वक्त में उन्हें परिवार भी छोड़ना पड़ा। इनमें जिला अस्पताल में तैनात स्टाफ नर्स भी शामिल हैं, जिन्होंने कोरोना काल में नारी शक्ति का अहसास कराया। वह शादी के 20 दिन बाद ही ड्यूटी पर लौट आईं और कोरोना के मरीजों की सेवा में जुट गईं।
वर्ष 2016 से जिला अस्पताल में तैनात स्टाफ नर्स सरिता शुक्ला मूल रूप से लखीमपुर खीरी जनपद के गोला गोकर्णनाथ की रहने वाली हैं। उनकी शादी 26 फरवरी 2020 को लखीमपुर खीरी के ही पीयूष अवस्थी के साथ हुई थी। शादी के बाद चार दिन ही ससुराल रहीं। इसके बाद पहली होली मायके में मनाने के लिए आ गई थीं। होली के बाद ही देश में कोरोना संकट आ गया। ड्यूटी के लिए जिला अस्पताल से काॅल आ गई। इस पर वह 16 मार्च 2020 को रामपुर पहुंच गईं। उनकी ड्यूटी जिला अस्पताल में बने कोरोना वार्ड में लगाई गई। सरिता शुक्ला बताती हैं कि ऐसे वक्त में उन्हें अपने पति और ससुरालीजनों का बहुत सहयोग मिला। वे सभी फोन करके हिम्मत बढ़ाते रहे, जिसके कारण यह संभव हाे सका।