Lockdown: खपत घटी तो 14 से 20 रुपये तक घटे दूध के दाम Sambhal News
मिठाई व पनीर में दूध की खपत न होने से आधी हुई बिक्री। दुधारू पशुओं को भी पर्याप्त आहार न मिलने से दूध हुआ कम। पशुओं को रखना अब मंहगे का सौदा हो गया है।
सम्भल,जेएनएन। कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है। तबाही को रोकने के लिए सरकार ने पूरे देश में लॉकडाउन किया है। लॉकडाउन का असर दूध उत्पादन पर भी पड़ा है। लॉकडाउन के कारण मार्केट में मिठाई की दुकानों पर दूध की खपत कम हो गई है, जिसके कारण दूध के भाव में गिरावट हो रही है, मगर शहरी क्षेत्रों में पुरानी कीमतों पर अभी दूध बिक रहा है। परन्तु ग्रामीण क्षेत्रों में डेयरी संचालक व दुुधियों को लॉकडाउन के कारण उनका भुगतान नहीं हो पा रहा है। ऐेसे में आर्थिक दिक्कत हो रही है। इसके अलावा पशु पालकों की माने तो चारा भी पर्याप्त नहीं मिल पा रहा है ऐसे में जानवर दूध भी कम दे रहे हैं।
दूध आवश्यक वस्तुओं की सूची में शामिल है। इसका उपयोग मासूम से लेकर बड़े बुजुर्ग करते हैं। दूध से मावा, पनीर, दही, मठ्ठा व मिठाई बनाई जाती है। लॉकडाउन की वजह से बाजार बंद है। जिसके कारण बाजार में इनकी खपत कम हो गई है, जिसकी वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में दूध की कीमतों में गिरावट आई है, शहर में दूध की कीमत वही है। डेयरी संचालकों ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से दूध मार्केट में दूध की खपत नहीं हो रही है। जिसके कारण दूध की कीमतों में गिरावट हो रही है। लॉकडाउन से पहले दूध की कीमत 45 रूपये प्रति लीटर थी अब 31 रूपये प्रति लीटर है। ल़ॉकडाउन के बाद से पेमेंट नहीं मिला है। इसके कारण डेयरी संचालकों व दुधियों को परेशानी हो रही है।
लॉकडाउन के कारण बाजार बंद है, जिसके कारण बाजार में दूध की खपत कम हो गई है। लॉकडाउन के पहले मेरे पास 70 कुंतल दूध था अब घटकर 32 कुंतल रह गया। दूध का पेमेंट भी नहीं मिल रहा है। जिसके कारण हमें परेशानी हो रही है।
भीष्म यादव, डेयरी संचालक
दूध से मावा, पनीर, दही बनाया जाता है। लॉकडाउन के कारण बाजार बंद है ऐसे में दूध की खपत कम हो गई। जिसके कारण दूध की कीमत में गिरावट हो गई है। जिसकी वजह से दूध भी घट रहा है।
सुनील कुमार, डेयरी संचालक