रामगंगा का जलस्तर बढ़ने से बढ़ी चिंता, पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश से नद‍ियों में उफान

मानसून ने पहले बेरुखी दिखाई फिर उसके बाद दो दिन तक हुई झमाझम बारिश ने किसानों के चेहरे पर मुस्कान बिखेर दी। हालांकि दो दिन हुई बारिश और पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों का जलस्तर भी बढ़ने लगा है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Thu, 22 Jul 2021 07:16 AM (IST) Updated:Thu, 22 Jul 2021 07:16 AM (IST)
रामगंगा का जलस्तर बढ़ने से बढ़ी चिंता, पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश से नद‍ियों में उफान
क्षेत्र से होकर गुजरने वाली नदियों व नालों का जलस्तर बढ़ा हुआ नजर आया।

मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। मानसून ने पहले बेरुखी दिखाई फिर उसके बाद दो दिन तक हुई झमाझम बारिश ने किसानों के चेहरे पर मुस्कान बिखेर दी। हालांकि, दो दिन हुई बारिश और पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों का जलस्तर भी बढ़ने लगा है। रामगंगा का जलस्तर भी बढ़ गया है।

महानगर के आसपास के निचले क्षेत्रों तक पानी पहुंच गया। हालांकि बाढ़ खंड के अधिकारी अभी इसको लेकर चिंतित नहीं है। उनका कहना है कि बारिश रुकने के साथ ही पानी नीचे उतर जाएगा। अभी कालागढ़ डैम से पानी छोड़ने वाली स्थिति नहीं है। तीन दिन से हुई बारिश के चलते क्षेत्र से होकर गुजरने वाली नदियों व नालों का जलस्तर बढ़ा हुआ नजर आया। वहीं ग्राम चतरपुर नायक के पास एक नाले का जलस्तर बढ़ने से उसका पानी सत्तीखेड़ा बीरपुर मार्ग पर आ गया।

त‍िगरी में गंगा का जलस्‍तर स्थिर : अमरोहा के तिगरीधाम में गंगा का जलस्तर पिछले 24 घंटे से स्थिर बना हुआ है। हालांकि पहाड़ी क्षेत्रों पर बारिश को देखते हुए लगातार हरिद्वार व बिजनौर बैराज से गंगा में पानी छोड़ा जा रहा है। जिससे यहां गंगा का दायरा बढ़ता रहा है। तिगरी में गंगा घाट पर पानी चढने से पुरोहितों की झोपडियां इत्यादि जलमग्न हो रही हैं। वहीं गंगा से सटे कुछ गांवों के खेतों की तरफ भी पानी का रुख होने से ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई है। पहाड़ी क्षेत्रों की बारिश एक बार फिर गंगा में हलचल मचा रही है। चूंकि पहाड़ी जलाशयों से गंगा में लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। बुधवार को भी सुबह में हरिद्वार बैराज से 1,16881 व दोपहर तीन बजे 92919 क्यूसेक और बिजनौर बैराज से सुबह 94451 व दोपहर तीन बजे 87171 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। हालांकि मंगलवार की रात से बुधवार की शाम तक गंगा की गेज नहीं बढ़ी है लेकिन हरिद्वार व बिजनौर बैराज के द्वारा छोड़े जा पानी के कारण गंगा का बहाव तेजी पकड़ रहा है। वहीं जलस्तर का फैलाव भी बढ़ रहा है। तिगरी में घाटों पर पानी चढ़ गया है। जिससे पुरोहितों की झोपडियां डूबने की सूचना पर सुबह में प्रभारी निरीक्षक शरद मलिक ने तिगरी पहुंचकर पुरोहितों व दुकानदारों से जलस्तर के बारे में जानकारी की। उधर गंगा से सटे गांव शीशोवाली, जाटोवाली, ढ़ाकोवाली, चकनवाला, भुर्जी की मढैया इत्यादि के खेतों की तरफ भी पानी का रूख होने से ग्रामीणों में बेचैनी बढ़ रही है। बाढ़ नियंत्रण खंड़ के एसडीओ अजय जैन ने बताया कि हरिद्वार व बिजनौर बैराज से पानी छोडे जाने के कारण गंगा के जलस्तर पर विभाग नजर रखे हुए है। अभी खतरे का निशान दो मीटर से अधिक दूरी पर है।

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