वाणिज्य कर विभाग ने पकड़ी लाखों की कर चोरी

वाणिज्य कर विभाग ने राही ट्रेडर एंड विनियर फर्म के लकड़ी से भरे चार ट्रकों को कब्जे में लेकर लाखों की कर चोरी पकड़ी है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Sun, 31 Mar 2019 10:30 AM (IST) Updated:Sun, 31 Mar 2019 10:30 AM (IST)
वाणिज्य कर विभाग ने पकड़ी लाखों की कर चोरी
वाणिज्य कर विभाग ने पकड़ी लाखों की कर चोरी

मुरादाबाद : वाणिज्य कर विभाग ने राही ट्रेडर एंड विनियर फर्म के लकड़ी से भरे चार ट्रकों को कब्जे में लेकर लाखों की कर चोरी पकड़ी है। जिस फर्म के नाम से बिल बनाकर माल भेजा जा रहा था, उन्होंने राही ट्रेडर से व्यापारिक संबंध होने से इन्कार किया है। फर्म ने फर्जी बिल बनाकर दो करोड़ रुपये की लकड़ी बेची है। इसमें करीब 80 लाख रुपये के जीएसटी की चोरी की गई है।

क्या था मामला 

वाणिज्य कर विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर विजयेंद्र पाल सिंह ने बताया कि 28 फरवरी को दिल्ली हाईवे पर लकड़ी से भरे ट्रक को रोका था। ताज ट्रांसपोर्ट की गाड़ी को रामपुर निवासी चालक नाजिम चला रहा था। चालक ने जो कागजात दिखाए, उसमें सामने आया कि राही ट्रेडर्स एंड विनियर, पनवडिय़ा बरेली रोड रामपुर से यह माल मंजू वुडेन उद्योग हरियाणा जा रहा था। जांच में सामने आया कि फरवरी में राही ट्रेडर्स ने 46 ई-वे बिल जारी किए हैं। जबकि मंजू वुडेन उद्योग से राही ट्रेडर्स के कोई व्यापारिक रिश्ते नहीं हैं। यानी फर्जी तरीके से उनके बिलों पर किसी और कंपनी को माल भेजा जा रहा था। दूसरे ट्रक को चालक सुनील चला रहा था, जिसमें सुनील की ओर से वाणिज्य कर विभाग की टीम को कागजात पेश किए गए, जिसमें राही ट्रेडर्स की ओर से जारी बिल में माल नवयुग टे्रडर्स कीर्तिनगर दिल्ली के पते पर भेजा जा रहा था। इस फर्म के नाम पर फरवरी में 21 ई-वे बिल जारी किए गए, जबकि नवयुग ट्रेडर्स ने भी राही ट्रेडर्स से व्यापारिक रिश्ते होने से इन्कार कर दिया। तीसरे ट्रक को चालक कुशराज मीणा चला रहा था। उसके दिखाए कागजात में राही ट्रेडर्स एंड विनियर से माल मंजू वुडेन उद्योग हिसार हरियाणा को भेजा जा रहा था। जांच में सामने आया कि फरवरी में 46 ई-वे बिल जारी हुए हैं। उक्त फर्म ने भी राही ट्रेडर्स से व्यापारिक रिश्ते होने से इन्कार कर दिया। साथ ही सात फरवरी को राही ट्रेडर्स के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया है। चौथे ट्रक को चालक अबरार चला रहा था। इसमें राही ट्रेडर्स से माल राजेश पेटी स्टोर दिल्ली के लिए भेजे जाने का बिल दिखाया गया। इस फर्म के नाम से भी फरवरी में 24 ई-वे बिल जारी हैं, जबकि बैंक जांच में सामने आया कि इस फर्म के खाते से कोई लेन-देन नहीं हुआ है। ऐसे में वाणिज्य कर विभाग की ओर से राही ट्रेडर्स के स्वामी नईम खान, धर्मकांटा स्वामी एसके खान एवं ताज ट्रांसपोर्ट कंपनी, ट्रक के स्वामी और प्लाइवुड फैक्ट्री के स्वामी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है।

क्राइम ब्रांच को सौंपी विवेचना 

डीआइजी/ एसएसपी जे रविन्दर गौड ने बताया कि वाणिज्य कर विभाग की ओर से धोखाधड़ी, साजिश और आइटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कर क्राइम ब्रांच को विवेचना सौंपी है। करोड़ों के माल में हेराफेरी कर अस्सी लाख के करीब का जीएसटी बचाया जा रहा था।

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