मुरादाबाद में लिपिक संवर्ग की वार्ता विफल, अब सीएमओ कार्यालय में नहीं होगा धरना
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से वार्ता विफल होने के साथ ही समाप्त हो गया। लखनऊ में शासन स्तर पर स्थानांतरण रोक की मांग को नकार दिया गया। जिला अस्पताल में लिपिक सुभाष विजयपाल को अगली स्थानांतरण सूची जारी होने तक के लिए रोक दिया गया।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से वार्ता विफल होने के साथ ही समाप्त हो गया। लखनऊ में शासन स्तर पर स्थानांतरण रोक की मांग को नकार दिया गया। इसके बाद यूपी मेडिकल एंड पब्लिक हेल्थ मिनिस्ट्रियल एसाेसिएशन के पदाधिकारियों में मायूसी छा गई। शासन स्तर पर शीलू गुप्ता को बरेली, माधुरी भारती को शाहजहांपुर, राशि सक्सेना को बरेली, संजू रानी को सहारनपुर समायोजित किया गया है।
जिला अस्पताल में लिपिक सुभाष, विजयपाल को अगली स्थानांतरण सूची जारी होने तक के लिए रोक दिया गया। मुकेश पांडेय को बाराबंकी, महिला अस्पताल में गगन को बाराबंकी, हिमांशु गुप्ता को लखनऊ, एडी कार्यालय से सुनील भटनागर को लखनऊ, एनके वर्मा को सीतापुर, केंद्रीय पुलिस चिकित्सालय से पंकज मिश्रा को उन्नाव, सीएमओ कार्यालय से पीपी सिंह को रिलीव कर दिया गया है। बाकी लिपिकों को 29 जुलाई को सीएमओ द्वारा वन साइड रिलीव कर दिया जाएगा। संगठन की ओर कहा गया है कि वे स्थानांतरण नीति के खिलाफ कोर्ट भी जा सकते हैं।
माचिस की तीलियों से बनाई अब्दुल कलाम की तस्वीर : पूर्व राष्ट्रपति मिसाइल मैन एपीजे अब्दुल कलाम से प्रेरित होकर युवा कलाकार सना परवीन ने उनकी पुण्यतिथि पर माचिस की तीलियों से उनका चित्र बनाया। कलाकार सना परवीन ने कहा कि अबुल पाकिर जैनुलअब्दीन अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को हुआ था। 27 जुलाई 2015 को उन्होंने दुनिया से विदाई ली। इन्हें मिसाइल मैन और जनता के राष्ट्रपति के नाम से जाना जाता है। न्होंने सिखाया जीवन में चाहें जैसे भी परिस्थिति क्यों न हो पर जब आप अपने सपने को पूरा करने की ठान लेते हैं तो उन्हें पूरा करके ही रहते हैं। अब्दुल कलाम के विचार आज भी युवा पीढ़ी को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। उनके विचार हर दौर में प्रासंगिक रहेंगे। उनकी जीवन यात्रा की कहानी हमेशा युवाओं में जोश भरने का काम करेगी।