मुरादाबाद में घूम रहा बच्चा चोर गिरोह, इस तरह बरतें सावधानी Moradabad News
पड़ोसियों के बच्चों को भी किसी अनजान के साथ देखें तो पूछताछ कर लें। घर के बाहर सीसीटीवी कैमरा लगवाएं। इसके अलावा बच्चों को भी जागरूक करें।
मुरादाबाद, जेएनएन। सावधान रहें। अपने बच्चों पर निगाह रखें। क्योंकि पाकबड़ा में बच्चा चोर घूम रहा है। बुधवार को उसने चाऊमीन दिलाने के बहाने एक बच्ची को घर के सामने से ही अगवा करके ले जाने की कोशिश की। नया मुरादाबाद में इसी हुलिए के युवक ने एक बच्ची के साथ दुष्कर्म किया था। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपित की तलाश में जुटी है।
यह है पूरा मामला
थाना पाकबड़ा के मुहल्ला चमन वाली मस्जिद निवासी मुहम्मद इरफान ऑटोमोबाइल फर्म में मोटर मैकेनिक का काम करते हैं। बुधवार को उनकी बेटी माहेनूर घर के बाहर खड़ी हुई थी, तभी एक अज्ञात युवक आया और बच्ची को चाऊमीन दिलाने के बहाने से बहला फुसलाकर ले जा रहा था। पेट्रोल पंप के पास इरफान के दोस्त मुशाहिद कार तेल डलवाकर निकल रहे थे तभी उनकी नजर बच्ची पर पड़ी। टोकने पर युवक बच्ची को छोड़कर भाग गया। पुलिस को मामले की जानकारी दी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाला। फुटेज में आरोपित युवक बच्ची से बात करते हुए लेकर जा रहा था। आरोपित ने जहां कैमरा देखा वही नजर नीचे कर ली। इरफान का कहना है कि उसकी बेटी को चोरी करने का प्रयास हुआ है। इसका मतलब साफ है कि सीसीटीवी में दिखाई देने वाला युवक फिर किसी के बच्चे को चोरी करने का प्रयास कर सकता है। उन्होंने बताया कि 24 फरवरी को भी इसी हुलिए के युवक ने मासूम बच्चे को नया मुरादाबाद में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया था। एसपी सिटी अमित कुमार आनंद ने बताया कि बच्ची को बहलाकर ले जाने वाले युवक की तलाश की जा रही है। गणमान्य व्यक्तियों के वाट्सएप नंबर पर सीसीटीवी फुटेज डालकर उसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
इन बातों का हमेशा रखें ख्याल
बच्चे घर के सामने खेल रहे हैं तो वहां परिवार का सदस्य मौजूद रहे। घरेलू नौकर और किराएदारों की पुलिस से वैरिफिकेशन जरूर कराएं। अनजान और पड़ोसियों के सामने निजी चर्चा न करेें। फिरौती के लालच में अपहरण भी हो सकता है। बच्चों को समझाएं कि अनजान लोगों से टॉफी-चॉकलेट न लें। बच्चों को माता-पिता का नाम, घर का पता और फोन नंबर याद करवाकर रखें।घर से बाहर जाते वक्त बच्चों को अपनी निगरानी में रखें। अगवा करने या छेड़छाड़ करने पर पर बच्चों को शोर मचाने के लिए जागरूक कहें।