शासन ने जारी किया काेविड अस्पतालों में एमबीबीएस व नर्सिंग छात्र-छात्राओं की तैनाती का आदेश, जानिए किसकाे कितना मिलेगा मानदेय

Government Order News कोविड अस्पतालों में मरीजों के इलाज करने के लिए चिकित्सकों व अन्य स्टाफ का टोटा बना हुआ है लेकिन अब कमी नहीं रहेगी। अस्पतालों में एमबीबीएस बीएससी एमएससी नर्सिंग छात्र-छात्राओं और सेवानिवृत चिकित्सकों पैरामेडिकल स्टाफ को दैनिक मानदेय पर तैनात किया जाएगा।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 07:20 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 07:20 PM (IST)
शासन ने जारी किया काेविड अस्पतालों में एमबीबीएस व नर्सिंग छात्र-छात्राओं की तैनाती का आदेश, जानिए किसकाे कितना मिलेगा मानदेय
शासन ने जारी किया काेविड अस्पतालों में एमबीबीएस व नर्सिंग छात्र-छात्राओं की तैनाती का आदेश

मुरादाबाद, जेएनएन। Government Order News : कोविड अस्पतालों में मरीजों के इलाज करने के लिए चिकित्सकों व अन्य स्टाफ का टोटा बना हुआ है, लेकिन अब कमी नहीं रहेगी। अस्पतालों में एमबीबीएस, बीएससी, एमएससी नर्सिंग छात्र-छात्राओं और सेवानिवृत चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ को दैनिक मानदेय पर तैनात किया जाएगा। प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने तैनाती करने की अनुमति दी है।

जिले में निजी कोविड अस्पताल श्री वेंक्टेश्वर में मरीजों को भर्ती कराने के लिए 450 बेड की व्यवस्था है। जिसमें मरीजों के इलाज के लिए स्वास्थ्य महकमे ने ही अपना स्टाफ लगा रखा है। जबकि जोया सीएचसी, ढबारसी, बछरायूं अस्पताल को भी कोविड अस्पताल बनाया गया है, लेकिन सभी कोविड अस्पतालों में मरीजों के इलाज के लिए चिकित्सक व अन्य स्टाफ का टोटा बना हुआ है। जिससे मरीजों को सही तरीके से इलाज मिलने में परेशानी हो रही है।

लिहाजा प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सीएमओ डॉ. सौभाग्य प्रकाश से आवश्यकता अनुसार एमबीबीएस, बीएससी, एमएससी नर्सिंग छात्र-छात्राओं और सेवानिवृत चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ को दैनिक मानदेय पर रखने के निर्देश दिए हैं। इसमें इंटर्न एमबीबीएस को 500 रुपये, एमएससी नर्सिंग छात्र-छात्राओं को 400 रुपये, बीएससी नर्सिंग, एमबीबीएस अंतिम वर्ष, जीएनएम छात्र-छात्राओं को 300 रुपये प्रतिदिन के दैनिक मानदेय पर रखने को कहा गया है।

वहीं सेवानिवृत चिकित्सक, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ को भी मानदेय के आधार पर रखने के निर्देश दिए हैं। सीएमओ ने बताया कि शासनदेश का पालन में टेंडर प्रक्रिया पूरी कर स्टाफ को रखा जाएगा।

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