नालों पर कार पार्किंग, मुरादाबाद में डूब रहे पांच हजार घर

नगर निगम नालियों की तलीझाड़ सफाई करता तो इतना जलभराव नहीं होता। इसी कारण घर में बारिश का पानी घुसने से युवक की जान गई है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Tue, 21 Jul 2020 03:54 PM (IST) Updated:Tue, 21 Jul 2020 03:54 PM (IST)
नालों पर कार पार्किंग, मुरादाबाद में डूब रहे पांच हजार घर
नालों पर कार पार्किंग, मुरादाबाद में डूब रहे पांच हजार घर

मुरादाबाद। नगर निगम की लापरवाही से बुद्धि विहार कालोनी के पांच हजार परिवार जलभराव का दंश झेल रहे हैं। इस कालोनी में रसूखदारों ने नाले के ऊपर जंगला व ऊपर से शेड डालकर पक्के कार पार्किंग बना लिए हैं। यही नहीं संगमरमर के चमचमाते रैंप को नगर निगम तोडऩे की हिम्मत नहीं जुटा रहा। इस कारण हुए जलभराव से दिल्ली विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर की जान चली गई। नगर निगम सिर्फ राहत के नाम पर तमाशा करता रहा है। जब तक सेनेटरी इंस्पेक्टरों की पीठ थपथपाना बंद नहीं होगा कागजों में सौ फीसद नाला सफाई के दावों से जनता की आवाज दबाई जाती रहेगी। बुद्धि विहार कालोनी में जलभराव के मूल कारणों को लेकर जागरण पड़ताल की गई। इसमें नालों पर अतिक्रमण मुख्य कारण सामने आया।

रसाइे तक पहुंचा पानी 

बुद्धि विहार सेक्टर चार-ए में पूर्व सांसद के घर के पास नालों पर पक्के कार पार्किंग हैं। नगर निगम की मजाल नहीं कि रसूखदारों के रैंप व कार पार्किंग हटा दे। जिससे लोगों की रसोई तक जलभराव हो रहा है। सेक्टर दो व तीन के बीच ग्रीन बेल्ट एलआइसी कार्यालय तक बनी हुई है। इसमें हर रसूखदार ने ग्रीन बेल्ट में कब्जा कर रखा है। सेक्टर तीन में भी नाले किनारे बनी ग्रीन बेल्ट में हुए अतिक्रमण के कारण जलभराव हो रहा है। ग्रीन बेल्ट में कार पार्किंग ऐसी बनाई हैं जैसे उनकी निजी प्रोपर्टी हो।

गड्ढे में कालोनी बसाकर डुबोया

जलभराव के लिए आवास विकास भी जिम्मेदार नहीं है। दिल्ली हाईवे से तीन फीट नीचे यह कालोनी आवास विकास ने 40 साल पहले बसाई थी। कटोरानुमा इस कालोनी का ड्रेनेज सिस्टम वैकल्पिक व्यवस्था के आधार पर टिका है। कालोनी से हाइवे ऊंचा होने के कारण नाले का पानी सीधे नहीं जाता। इसके लिए सीवर टैंक बनाया गया है। बुद्धिविहार के पांच हजार घरों का पानी इसी टैंक में आता है। फिर यहां से पंप के माध्यम से पानी बाहर नाले में फेंका जाता है।

यह कालोनी गड्ढे में बसी हुई है। सड़कें ऊंची होने से मकान नीचे हो गए हैं। इस कारण जलभराव होता है। नालियों की सफाई भी सही ढंग से नहीं होती।

डॉ.आरके सिंह 

कटोरानुमा कालोनी में ड्रेनेज सिस्टम ठीक नहीं है। जलभराव होने से पानी निकासी नहीं हो पाती।

विरेंद्र यादव

नालों पर बने रैंप तोड़े बिना सफाई नहीं हो सकती। लेकिन नगर निगम इन नालों के रैंप नहीं तोड़ रहा है।

ओमप्रकाश सिंह 

बुद्धि विहार में अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान चलाया जाएगा। बारिश अधिक होने से जलभराव हुआ था लेकिन रैंप व कार पार्किंग से अगर नाले साफ नहीं हुए तो वहां से अतिक्रमण हटाकर सफाई कराई जाएगी।

-संजय चौहान, नगर आयुक्त 

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