बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश मिश्रा सम्मेलन में बोले-दो झंडे वाली एक पार्टी हैं सपा और भाजपा
अमरोहा में बसपा के राष्ट्रीय महासचिव व सांसद सतीश मिश्रा ने कहा कि सपा व भाजपा दो झंडे वाली एक ही पार्टी हैं। नाम व चेहरे जरूर अलग हैं लेकिन सोच व काम धर्म के नाम पर लोगों को लड़ाकर सत्ता कब्जाने की है।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। अमरोहा में बसपा के राष्ट्रीय महासचिव व सांसद सतीश मिश्रा ने कहा कि सपा व भाजपा दो झंडे वाली एक ही पार्टी हैं। नाम व चेहरे जरूर अलग हैं, लेकिन सोच व काम धर्म के नाम पर लोगों को लड़ाकर सत्ता कब्जाने की है। बसपा ने ब्राह्मण समाज के साथ ही सभी वर्ग के लोगों को साथ लेकर काम किया है। आरोप लगाया कि भाजपा ईस्ट इंडिया कंपनी की तर्ज पर काम कर रही है। श्रीराम मंदिर के नाम पर हिंदुओं का इस्तेमाल वोट के रूप में किया है। सपा अंदरूनी तौर पर भाजपा का साथ देने में लगी है।
जोया रोड स्थित बैंक्वट हाल में आयोजित प्रबुद्ध सम्मेलन को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय महासचिव सतीश मिश्रा सपा व भाजपा पर खूब बरसे। कहा कि दोनों दल बसपा को वर्ग विशेष की पार्टी बता कर जनता को गुमराह करते हैं। जबकि धरातल पर सपा व भाजपा जाति-धर्म की राजनीति कर लोगों को लडाकर सत्ता हासिल करते हैं। ब्राह्मण समाज को बसपा ने जो सम्मान दिया वह किसी दूसरे दल ने नहीं दिया। वर्ष 2007 के चुनाव के बाद पार्टी सुप्रीमो मायावती ने यह साबित कर दिया है। कहा कि भाजपा ने हर किसी को दर्द दिया है। अब जनता इस दर्द को बर्दाश्त नहीं कर पा रही है। जात-पात, छोटा-बड़ा का अंतर पैदा किया है। साढ़े चार साल में प्रदेश को बर्बाद कर दिया। पहले सपा थी तो अब भाजपा है। दोनों दल का तरीका एक है। बस झंडा बदलते हैं ये लोग। आरोप लगाते हुए कहा कि पहले दोनों दल बहुजन समाज को बांट रहे थे। फिर ब्राह्मण समाज को कमजोर करने की कोशिश की। परंतु बसपा ने ब्राह्मण समाज की सुध ली। 2007 में बसपा ने सरकार बनने के बाद ब्राह्मण समाज के 15 केबिनेट मंत्री, 35 दर्जा मंत्री, 52 एमएलसी तथा पांच हजार सरकारी वकील बनाएं।
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