कर्मियों का पीएफ जमा नहीं होने पर बीएसए का खाता सीज Moradabad News

कर्मचारी भविष्य निधि कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार सभी कर्मचारियों का अब तक दस करोड़ रुपये कर्मचारी भविष्य निधि में जमा होना था

By Narendra KumarEdited By: Publish:Sun, 22 Sep 2019 08:03 AM (IST) Updated:Sun, 22 Sep 2019 08:03 AM (IST)
कर्मियों का पीएफ जमा नहीं होने पर बीएसए का खाता सीज Moradabad News
कर्मियों का पीएफ जमा नहीं होने पर बीएसए का खाता सीज Moradabad News

कर्मियों का पीएफ जमा नहीं होने पर बीएसए का खाता सीज 

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मुरादाबाद,जेएनएन। बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात संविदा कर्मचारियों, शिक्षामित्रों व कस्तूरबा विद्यालय के शिक्षकों की भविष्य निधि काटने व जमा करने में लापरवाही बरती गई। यह रकम करीब दस करोड़ की है। इन सभी कर्मचारियों के पीएफ की कटौती नहीं होने पर बेसिक शिक्षा अधिकारी का सरकारी खाता सीज कर दिया गया है। कर्मचारी भविष्य निधि कार्यालय की ओर से शनिवार को यह कार्रवाई की गई है। 

पहले बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षामित्रों, संविदा कर्मचारियों के वेतन से भविष्य निधि की कटौती नहीं की जाती थी। अप्रैल 2015 में आए आदेश के बाद इन सभी की भी पीएफ कटौती अनिवार्य कर दी गई, लेकिन तब से लेकर अब तक इनके खातों में कोई रकम ही जमा नहीं की गई।

वेतन का 24 फीसद होता है जमा 

मुरादाबाद में बेसिक शिक्षा विभाग में ऐसे कर्मचारियों की संख्या 1,200 के करीब है, जिनके खाते से कटौती की जानी है। इसमें कर्मचारी के वेतन से 12 फीसद की कटौती होकर पीएफ खाते में जमा होनी थी। इतनी ही रकम विभाग को भी कर्मचारियों के पीएफ खाते में जमा करनी थी। 

वसूली का है नियम 

कर्मचारियों के वेतन से पीएफ की कटौती न करने और विभाग की ओर से भी कोई रकम जमा न करने पर पूरी जिम्मेदारी संबधित विभाग की ही होती है। ऐसे में नोटिस जारी होने के बार कर्मचारी की कोई जिम्मेदारी नहीं होती है, आकलन का पूरा पैसा विभाग को ही जमा करना होता है। 

अप्रैल 2015 से कर्मचारियों के वेतन से पीएफ की कटौती होनी थी, लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से कोई धनराशि नहीं जमा की गई। असेसमेंट में यह रकम करीब दस करोड़  रुपये थी, जिसके बाद खाता सीज किया गया है। 

रमेश चंद्र, प्रवर्तन अधिकारी, कर्मचारी भविष्य निधि कार्यालय। 

कर्मचारियों के पीएफ की कटौती होनी थी, लेकिन पूर्व में भी यह धनराशि नहीं जमा की गई थी। इस कारण खाता सीज हुआ है। हालांकि निदेशालय में वरिष्ठ अधिकारियों के सामने बात रखी गई है, जल्द ही खाते पर लगी रोक हट जाएगी। 

योगेंद्र कुमार, बेसिक शिक्षा अधिकारी। 

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