Board Exam 2021 : परीक्षा के ल‍िए करना होगा इंतजार, कमजोर चैप्‍टर पर बनाएं पकड़, मनो व‍िशेषज्ञ की इस सलाह पर करें अमल

परीक्षाएं लगातार आगे सिखक रही हैं इससे छात्रों को समझना चाहिए कि वह ऐसे वक्त में उन चेप्टर पर फोकस करें जिसमें उनकी तैयारी कमजोर थी। कोरोना की वजह से अपने कमजोर चेप्टर को और बेहतर करने का मौका मिला है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 03:50 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 03:50 PM (IST)
Board Exam 2021 : परीक्षा के ल‍िए करना होगा इंतजार, कमजोर चैप्‍टर पर बनाएं पकड़, मनो व‍िशेषज्ञ की इस सलाह पर करें अमल
गर्मियों के पीक सीजन भी करेगा परीक्षार्थियों को परेशान।

मुरादाबाद, जेएनएन। कोरोना की दूसरी लहर ने उप्र बोर्ड परीक्षाओं का इंतजार और लंबा कर दिया है। सीबीएसई बोर्ड 10वीं की परीक्षाएं रद व 12वीं की जून तक टालने के बाद उप्र सरकार ने भी परीक्षार्थियों के हित में आठ मई की बजाए 20 मई से परीक्षाएं कराने का निर्णय लिया है।

जिले में 8,6444 परीक्षार्थी हैं, प्रदेश में 55 लाख हैं। एशिया की सबसे बड़ी बोर्ड परीक्षा में छात्रों की संख्या से कोरोना महामारी के बीच दो गज की दूरी बनाना सम्भव नहीं है। बहरहाल मानसिक दबाव में न आकर परीक्षाओं के लिए 20 मई तक तक अपनी तैयारी जारी रखनी होगी। बोर्ड परीक्षार्थियों को मायूसी इस बात की है कि उनका कोर्स फरवरी में पूरा हो चुका है, स्कूलों में प्री बोर्ड परीक्षाएं भी दे चुके हैं लेकिन, कोरोना बार-बार परीक्षाओं का इंतजार बढ़ा रहा है। उप्र बोर्ड परीक्षार्थियों को नीट, जेईई, सीए समेत कई प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में परीक्षाओं के बाद जुटना था। अब दुविधा है कि बोर्ड परीक्षा की तैयारी को पूरी मानकर ब्रेक करके प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में जुटते हैं तो बोर्ड का पाठयक्रम भूल जाएंगे। अभी तो 20 मई तक परीक्षाएं टली हैं। इसके बाद भी टाली जा सकती हैं। सबसे पहले 24 अप्रैल से परीक्षाएं शुरू होनी थीं लेकिन, बाद में आठ मई से संशोधित कार्यक्रम जारी किया गया और 20 मई से परीक्षाओं की घोषणा की है। एक महीना पांच दिन इस परीक्षाओं का है। तब गर्मी भी अपनी चरम पर होगी लेकिन, कोरोना के आगे सिबाए बेबसी के कुछ नहीं हैं।

उप्र बोर्ड के परीक्षार्थी

वर्ग        हाईस्कूल       बारहवीं

बालक     24642        23434

बालिका    20330       18038

कुल          44972       41472

कोरोना की लहर जिस तेजी से बढ़ रही हैं, उसमें परीक्षार्थियों के हित में प्रदेश सरकार का निर्णय ठीक है। प्रदेश में 55 लाख परीक्षार्थी हैं, वह परीक्षा देने घर से निकलेंगे तो कल्पना कीजिए, दो गज की दूरी परीक्षार्थी नहीं बना पाएंगे। परीक्षा केंद्रों पर तैयारी पूरी है। छात्र भी अपना रिवीजन करते रहें।

प्रदीप द्विवेदी, डीआइओएस

उप्र बोर्ड सबसे बड़ा है। सरकार ने परीक्षार्थियों के हित में परीक्षाएं टालने का उचित निर्णय लिया है। जनवरी आखिर तक कोर्स पूरा होने के बाद प्री बोर्ड भी हो चुका है।

वीर सिंह, प्रधानाचार्य, चित्रगुप्त कालेज

परीक्षाओं को आगे बढ़ाकर प्रदेश सरकार का फैसला उचित है। बच्चों को अब जितनी नालेज होनी थी हो चुकी, अब परीक्षाएं देनी हैं, वह संक्रमण कम होने पर कराना ही उचित रहेगा।

मेजर राजीव ढल, प्रधानाचार्य, महाराजा अग्रसेन इंटर कालेज

मनो विशेषज्ञ के टिप्स

परीक्षाएं लगातार आगे बढ़ रही हैं, इससे छात्रों को समझना चाहिए कि वह ऐसे वक्त में उन चेप्टर पर फोकस करें जिसमें उनकी तैयारी कमजोर थी। कोरोना की वजह से अपने कमजोर चेप्टर को और बेहतर करने का मौका मिला है। यह बात दीगर है कि कोरोना महामारी में सेफ्टी जरूरी है। ऑनलाइन पढ़ाई को अब आगे जारी रखनी होगी। यही एक घर पर रहकर पढ़ाई का माध्यम है।

मनो विशेषज्ञ मीनू मेहरोत्रा के टिप्स

कोरोना में इम्युनिटी पावर बढ़ाने वाले पदार्थ लेते रहें। शारीरिक दूरी के साथ खेल व व्यायाम जारी रखें। अपने नोटस को बार-बार पढ़ते रहें। मानसिक तनाव में बच्चा है तो समस्या समझते हुए समाधान करें। माता-पिता बच्चों के साथ कुछ देर बैठकर समय बिताएं। घर का बना पौष्टिक आहार लें बाहर का खाना न खाएं।

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