Black Fungus : मुरादाबाद के व्यक्ति की ब्लैक फंगस से दिल्ली में मौत, बुखार आने पर न बरतें लापरवाही
कोरोना महामारी की दूसरी लहर में ब्लैक फंगस के मरीजों की भी संख्या बढ़ रही है। दिल्ली के गुरु तेग बहादुर अस्पताल में मुरादाबाद पाकबड़ा के रहने वाले 46 वर्षीय व्यक्ति की ब्लैक फंगस से मौत हो गई।
मुरादाबाद, जेएनएन। कोरोना महामारी की दूसरी लहर में ब्लैक फंगस के मरीजों की भी संख्या बढ़ रही है। दिल्ली के गुरु तेग बहादुर अस्पताल में मुरादाबाद पाकबड़ा के रहने वाले 46 वर्षीय व्यक्ति की ब्लैक फंगस से मौत हो गई। एक माह पहले बुखार आने पर इन्होंने मुहल्ले के ही युवक से दवा ले ली थी। आठ दिन पहले आंख में सूजन आने के बाद दिल्ली रेफर कर दिया गया था। वहां इलाज के दौरान मौत हो गई।
पाकबड़ा में जूनियर हाईस्कूल के पीछे रहने वाले मुहम्मद रफी पुत्र मुहम्मद यासीन को एक माह पहले बुखार आया था। उन्होंने मुहल्ले में ही दवा ली थी। इसके बाद आठ दिन तक दवा का सेवन किया। उस दौरान उनका कोरोना का टेस्ट नहीं कराया गया। ठीक होने के बाद वो पहले की तरह काम करने लगे। 13 जून को उन्हें आंख में खटक महसूस हुई तो उन्होंने पानी डालकर आंख को धोया। इसके बाद आंख में सूजन होने पर उन्होंने दिल्ली रोड स्थित साईं अस्पताल में परीक्षण कराया। जांच के बाद डॉक्टरों ने ब्लैक फंगस की आशंका जताते हुए दिल्ली के लिए रेफर कर दिया। चार दिन पहले परिवार के लोग उन्हें लेकर दिल्ली स्थित गुरु तेग बहादुर अस्पताल ले गए। वहां भी हालत लगातार बिगड़ती चली गई। हालत बिगड़ने के साथ उनकी मौत हो गई।
ब्लैक फंगस से एक व्यक्ति के मरने की जानकारी मिली है। पाकबड़ा में टीम भेजकर जांच कराएंगे। ब्लैक फंगस, कोरोना और स्टेरायड के बारे में भी जानकारी की जाएगी।
डॉ. एमसी गर्ग, मुख्य चिकित्सा अधिकारी
बुखार आने पर न बरतें लापरवाही : कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण का खतरा अभी भी है। इसमें लापरवाही बरतने की जरूरत नहीं है। इसलिए बुखार आने पर मुहल्ले के डॉक्टर से इलाज कराने के बजाय नजदीक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या फिर जिला अस्पताल की ओपीडी में परीक्षण कराएं। बिना परीक्षण के दवा खाने से दिक्कत हो सकती है।