करोड़ों की ठगी में बिजनौर का कोर्ट मुहर्रिर निलंबित Moradabad News
अपने ही करीबियों के करोड़ों रुपये हड़पकर शानो-शौकत से जीने वाले बिजनौर के कोर्ट मुहर्रिर चेतन सिंह को निलंबित कर दिया गया है।
मुरादाबाद, जेएनएन : अपने ही करीबियों के करोड़ों रुपये हड़पकर शानो-शौकत से जीने वाले बिजनौर के कोर्ट मुहर्रिर चेतन सिंह को निलंबित कर दिया गया है। आइजी रमित शर्मा के कड़े रुख पर आरोपित के खिलाफ कार्रवाई की गई है। महानगर के मझोला थाना क्षेत्र में प्रकाशनगर निवासी कांस्टेबल चेतन सिंह पुत्र नरायन सिंह बिजनौर में कोर्ट मुहर्रिर है। आरोप है कि चेतन और उसकी पत्नी सुनीता के अलावा बेटे हर्ष ने कथित तौर पर फाइनेंस व इन्वेस्टमेंट कंपनी खोलकर अपने ही करीबियों को 12 फीसद ब्याज का लालच देकर करोड़ों रुपये जमा करा लिए। दंपती की रिश्तेदार रीता देवी ने डेढ़ लाख, संतोष देवी ने 2.20 लाख, नीतू ने पचास हजार रुपये जमा किए। इनके अलावा अन्य ने भी रुपये जमा किए। पीडि़त महिलाओं को कुछ दिन बाद पता चला कि दंपती ने विश्वासघात किया है। सात अप्रैल को पीडि़त महिलाएं प्रकाश नगर में दंपती के घर पहुंची। आरोपित कोर्ट मुहर्रिर और उसकी पत्नी ने रुपये लौटने से इन्कार कर दिया। यहां तक की पीडि़तों से हाथापाई भी की। पीडि़तों ने मझोला थाने में तहरीर दी, जिस पर 30 अप्रैल को कोर्ट मुहर्रिर, उसकी पत्नी व बेटे के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ। मुकदमा दर्ज करने के बाद मझोला पुलिस ने मामला दबा लिया। रिपोर्ट बिजनौर पुलिस को भेजी ही नहीं गई। पुलिस ने इस मामले में सिर्फ कोर्ट मुहर्रिर की पत्नी के खिलाफ चार्जशीट लगा दी। बाकी के खिलाफ विवेचना अभी चल रही है। पीडि़त महिलाओं ने यह सब जानकारी आइजी को देकर कार्रवाई की मांग की थी। सीओ सिविल लाइंस राजेश कुमार ने बताया कि कोर्ट मुहर्रिर को निलंबित कर दिया गया है। उसके खिलाफ विभागीय जांच भी कराई जा रही है। कोर्ट मुहर्रिर की संपत्ति की भी जांच होगी।