भोजपुर पुलिस ने तीन सौ क्विंटल ई-कचरा पकड़ा, गोदाम में लगाई सील, गैंगस्टर के तहत होगी कार्रवाई
पर्यावरण को प्रदूषित करने वाले ई-कचरे को लेकर कड़ा कानून बनने के बाद भी इसका धंधा करने वाले मानने को तैयार नहीं है। पुलिस के दावे के बावजूद भोजपुर थाना क्षेत्र में चोरी-छिपे ई-कचरा मंगाने का काम बंद नहीं हो रहा है।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। पर्यावरण को प्रदूषित करने वाले ई-कचरे को लेकर कड़ा कानून बनने के बाद भी इसका धंधा करने वाले मानने को तैयार नहीं है। पुलिस के दावे के बावजूद भोजपुर थाना क्षेत्र में चोरी-छिपे ई-कचरा मंगाने का काम बंद नहीं हो रहा है। पुलिस ने छापेमारी करके एक गोदाम से दो सौ क्विंटल ई-कचरा बरामद किया। पुलिस ने इस मामले में गोदाम को सील करने के साथ ही पांच आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की।
भोजपुर थाना क्षेत्र ई-कचरा का हब बन गया है। इलाके में दिल्ली और मुंबई से चोरी छिपे ई-कचरा को मंगाकर एकत्र करने की कार्रवाई निरंतर की जा रही है। सीओ ठाकुरद्वारा डॉ. अनूप कुमार सिंह को चोरी-छिपे ई-कचरा एकत्र होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद उन्होंने भोजपुर थाना प्रभारी मनोज कुमार सिंह को तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए थे। सीओ के आदेश के बाद पुलिस की टीम ने भोजपुर की नई बस्ती स्थित एक गोदाम में छापेमारी कर दी। इस गोदाम में भरे ई-कचरे को देखकर पुलिस के होश उड़ गए। गोदाम में करीब तीन सौ कुंतल ई-कचरा लाकर एकत्र किया गया था। पुलिस की टीम ने ई-कचरे को जब्त करने के साथ ही गोदाम को सीज करने की कार्रवाई की। इस मामले में भोजपुर थाना पुलिस ने चूहानगला गांव निवासी सलीम, कलीम, गुफरान , नदीम व नसीर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की। हालांकि, छापेमारी से पहले आरोपितों को भनक लग गई थी,जिसके चलते पुलिस के पहुंचने से पहले आरोपित मौके से भाग गए।
गैंगस्टर के साथ संपत्ति जब्त करने की होगी कार्रवाई : ई-कचरा एकत्र करने के मामले में पुलिस ने सख्त कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। सीओ ठाकुरद्वारा ने बताया कि जिन आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। वहीं उनकी संपत्तियों की जांच करके जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि भोजपुर थाना क्षेत्र में बीते कई माह से ई-कचरा एकत्र करने की कार्रवाई की जा रही थी। थाना स्तर पर कुछ पुलिस कर्मियों की भूमिका भी इस मामले में संदिग्ध थी। मामले की जानकारी मिलने के बाद कुछ पुलिस को स्थानांतरित करने की कार्रवाई भी की गई थी,लेकिन इसके बाद भी ई-कचरे का काम रुक नहीं रहा था।