Betting on Cricket Match : दिल्ली,कोलकाता और मुंबई से जुड़े हैं आइपीएल के सट्टेबाजों के कनेक्शन, जांच में जुटी मुरादाबाद पुलिस
मैच का शुभारंभ सट्टेबाजों के लिए किसी त्योहार से कम नहीं होता है। लगभग दो माह तक चलने वाले आइपीएल की तैयारी सालभर तक की जाती है। आइपीएल से सट्टेबाजों के घर तो गुलजार हो जाते हैं लेकिन कई परिवार बिखर जाते हैं/
मुरादाबाद, जेएनएन। इंडियन प्रीमियर लीग के मैच का शुभारंभ सट्टेबाजों के लिए किसी त्योहार से कम नहीं होता है। लगभग दो माह तक चलने वाले आइपीएल की तैयारी सालभर तक की जाती है। लेकिन इस आइपीएल से सट्टेबाजों के घर तो गुलजार हो जाते हैं, लेकिन कुछ परिवार पूरी तरह से बबार्द हो जाते हैं। बीते कुछ सालों में कुछ ऐसी घटनाएं भी सामने आई है, जिसमें सट्टेबाजी के खेल में सब कुछ गवांने के बाद युवाओं ने मौत को गले लगा लिया। इन घटनाओं के सामने आने के बाद भी पुलिस सट्टेबाजों को पकड़ने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की।
शहर के प्रतिदिन करोड़ों रुपये के कैश का आदान-प्रदान होता है। इसके लिए सट्टेबाजों ने शहर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में लगभग 48 कलेक्शन सेंटर भी बना रखे हैं। सटोरियों की भाषा में इन्हें खाईबाड़ बोला जाता है। इन सेंटरों में पैसा जमा करने के साथ ही पैसे बांटने का भी काम किया जाता है। शहर की घनी बस्तियों के साथ ही पॉश इलाकों में जानबूझ कर इन कलेक्शन सेंटरों को खोला गया है, ताकि पुलिस इन स्थानों में आसानी से पहुंच न सके। पुलिस सट्टेबाजों को पकड़ने के लिए अपने तकनीकी सिस्टम का प्रयोग करती है, लेकिन सट्टेबाज इतने चालाक हैं, कि हर दिन अपने सिम कार्ड को बदलकर इस काम को अंजाम देने में जुटे हैं। वहीं पुलिस सट्टेबाजों के नए-नए पैतरों के कारण उन्हें पकड़ने में नाकाम हो रही है। सट्टेबाजों के तार शहर नहीं दूसरे राज्यों से जुड़े हुए हैं। शाम होते ही दिल्ली, कोलकाता और मुंबई की विशेष लाइनों से सट्टेबाज जुड़ जाते हैं। इन्हीं लाइनों से मैच और खिलाड़ियों के भाव तय होते हैं। मेट्रो सिटी से जो भाव तय होता है,इसके बाद ही सटोरियों का खेल शुरू हो जाता है।
इन इलाकों में चल रहा खेल
लाजपत नगर, नई बस्ती, रामगंगा विहार, दीनदयाल नगर, आशियाना, बुद्धि विहार, लाइनपार, ताड़ीखाना, मुगलपुरा, गलशहीद, मझोला, बुधबाजार, कटघर, आवास विकास, सिविल लाइंस, मंडी चौक।
मोबाइल की दुकानों से बल्क में सिम लेने वालों की जानकारी जुटाई जा रही है। इसके साथ ही सर्विलांस सेल के माध्यम से सट्टा खिलाने वालों की निगरानी की जा रही है। हम थाना स्तर पर संलिप्त लोगों की भी जानकारी जुटा रहे हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई तय की जाएगी।
अनिल कुमार यादव,एएसपी