Banyan Tree Plantation News : मुरादाबाद में बरगद के पेड़ काे लेकर जागरुक हुई महिलाएं, लगा रही पाैधा, दे रही ये संदेश
बरगद का पेड़ 24 घंटे आक्सीजन उत्सर्जित करता है। कोरोना में ऐसे हालत पैदा हो गए जब सैकड़ों लोगों को कृत्रिम आक्सीजन लेनी पड़ी। प्रकृति में प्राण वायु देने वाले बरगद को हम भूल गए हैं। खुले मैदान नहीं हैं
मुरादाबाद, जेएनएन। बरगद का पेड़ 24 घंटे आक्सीजन उत्सर्जित करता है। कोरोना में ऐसे हालत पैदा हो गए जब सैकड़ों लोगों को कृत्रिम आक्सीजन लेनी पड़ी। प्रकृति में प्राण वायु देने वाले बरगद को हम भूल गए हैं। खुले मैदान नहीं हैं तो क्या, घर के गमलों व पार्क में भी लगाकर आक्सीजन देने वाले इस वृक्ष से आसपास का पर्यावरण शुद्ध रख सकते हैं। वट सावित्री के पर्व पर हमें सिर्फ स्वजनों की लंबी आयु के लिए इसके पूजन के महत्व तक नहीं रहना है। बल्कि इससे ऊपर उठकर बरगद का पौधा रोपकर अगर उसी की पूजा करके स्वजनों की लंबी आयु के लिए प्रार्थना करेंगी तो सुख की अनुभूति होगी।इसी उद्देश्य से अब जागरूकता बढ़ने लगी है।
कई जगह महिलाएं अपने घर व पार्क में बरगद का पौधा रोप रही हैं। इस पौधे के संरक्षण के लिए भी महिलाओं में होड़ है।पौधा लगाते वक्त भी जागरूकता देखिए कि दो महिलाएं अगर पार्क में पौधा लगाते हुए आसपास की महिलाओं ने देखा तो वह भी पौधरोपण में हिस्सा ले रही हैं। पर्यावरण इकाेलोजिकल उत्थान समिति, पर्यावरण सचेतक समिति, प्रकृति सेवा सेवा समिति बरगद का पौधा रोपाई को लेकर सक्रिय हैं। बुद्धि विहार के सेक्टर दो स्थित विजय पार्क में पर्यावरण इकाेलोजिकल उत्थान समिति की अपील पर महिलाओं ने बरगद का पौधा रोपा। रचना भाटिया, मंजू चौहान, शारदा वर्मा, रजनी भाटिया, रेनू शर्मा, वनेहा गुप्ता ने बरगद का पौधा रोपा और इसके सींचने समेत जानवरों से संरक्षण का संकल्प लिया।
समिति के अध्यक्ष राम सिंह बिष्ट ने कहा कि वह बरगद का पौधा 10 जून को वट सावित्री पर्व पर भी रोपाई कराएंगे। उन्होंने कहा कि महिलाओं ने बरगद का पौधा रोपने को लेकर जागरूकता बढ़ रही है। पर्यावरण सचेतक समिति के महासचिव नैपाल सिंह एवं प्रकृति सेवा समिति की रविता पाल ने भी कई जगह बरगद के पौधे रोपाई को लेकर महिलाओं को जागरूक किया है। सोमवार को बुद्धि विहार में कमला पाल व आयुषि ने अपने घर के गमले में बरगद का पौधा रोपा। रविता पाल कहती हैं कि वट सावित्री का पर्व के बहाने ही सही बरगद का पौधा रोपने को लेकर जागरूकता आई है।
कोरोना महामारी में आक्सीजन न मिलने से लोगों की सांसें टूट गईं। जब सबसे ज्यादा आक्सीजन देने वाले बरगद के पेड़ के बारे में जानकारी हुई तो बरगद का पौधा रोपने का संकल्प लिया। मैं इसके संरक्षण का संकल्प लेती हूं। नेहा गुप्ता, बुद्धि विहार
वट सावित्री पर्व पर बरगद की पूजा होती है लेकिन, इसका महत्व अपने जीवन की सांसों से जुड़ा है। इसलिए मैने भी पौधा रोपकर पर्यावरण को शुद्ध करने के लिए जागरूक किया है। मैं भी बरगद के पौधे को सींचूगी। मंजू चौहान बुद्धि विहार
जिस पौधे को रोपा है, उसी की पूजा भी करूूंगी। यह प्राण वायु देने वाला पौधा बहुत ही गुणकारी है। इसका एक-एक हिस्सा काम का है। छाल, पत्ता व जड़ें सब औषद्यि हैं। रचना भाटिया, बुद्धि विहार