बकरी पालन के लिए लोन दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी, बैंक के शाखा प्रबंधक के खिलाफ पुलिस को दी तहरीर
Bank loan fraud चारों पीडितों ने बैंक में शिकायत की तो कर्मचारियों ने गाली-गलौज कर उन्हें बैंक से बाहर निकाल दिया। पीडितों ने शाखा प्रबंधक व दलाल के खिलाफ धोखाधड़ी की पुलिस को तहरीर दी है। हालांकि बैंक प्रबंधन ने आरोपों को निराधार बताया है।
मुरादाबाद, संवाद सूत्र। Bank loan fraud : रामपुर के स्वार में चार व्यक्तियों ने रोजगार करने के लिए 30-30 हजार रुपये का बैंक से लोन कराया था। आरोप है कि बैंक प्रबंधन व दलालों ने बंदरबांट कर लाभार्थियों को सिर्फ 4500 रुपये दिए। इस पर चारों पीडितों ने बैंक में शिकायत की तो कर्मचारियों ने गाली-गलौज कर उन्हें बैंक से बाहर निकाल दिया। पीडितों ने शाखा प्रबंधक व दलाल के खिलाफ धोखाधड़ी की पुलिस को तहरीर दी है।
ग्राम मिलकताज खां निवासी चंद्रपाल, मित्रपाल, रमेश, सुरेश ने प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक मीरापुर से बकरी पालन के लिए डेढ़ सप्ताह पूर्व लोन कराया था। उनका आरोप है कि बैंक के फील्ड आफिसर ने बकरी पालन के लिए 30-30 हजार रुपये लोन देने की फाइलें तैयार की थीं। मगर प्रत्येक व्यक्ति को 4500-4500 रुपये ही दिए गए। इस पर उन्होंने फील्ड आफिसर से जानकारी की तो उन्होंने बताया कि बाकी रकम तुम्हारे बचत खाते में डाल दी है। चारों पीडितों ने बैंक में जाकर पासबुक चेक कराई तो उनके खाते से रकम नहीं पहुंची थी। इस बारे में जानकारी की तो वे बैंक कर्मी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। इस पर चारों पीडितों ने हंगामा शुरू कर दिया। बैंक कर्मियों ने पीडितों से बैंक से बाहर निकाल दिया। पीड़ितों ने कोतवाली जाकर बैंक प्रबंधन व दलाल के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी है। शाखा प्रबंधक प्रिशुन कुमार ने बताया कि लाभार्थियों को 10 हजार रुपये दे दिए थे। बाकी 20 हजार रुपये उनके बचत खाते में हैं। बकरी खरीदने के बाद पैसा दिया जाएगा। कुछ लोगों द्वारा अनैतिक दबाव बनाया जा रहा है।