मुरादाबाद में फर्जी जमानतदारों ने कराई शराब तस्करों की रिहाई, सच्चाई सामने आने पर पुलिस भी हैरान
Bail of liquor smugglers in Moradabad जांच में फर्जी मिले शराब तस्करों की जमानत के अभिलेख। उत्तराखंड के दोनों आरोपितों को मूंढापांडे पुलिस ने दबोचा। जांच में न तो जमानतदारों की पुष्टि हो पाई और न ही कागजात ही सही पाए गए।
मुरादाबाद, जेएनएन। Bail of liquor smugglers in Moradabad। शराब तस्करों ने धोखाधड़ी कर कोर्ट से रिहाई करा ली। छानबीन में फर्जी मिले जमानत के अभिलेख ने पुलिस के होश उड़ा दिए हैं। उत्तराखंड के रहने वाले दोनों आरोपितों को मूंढापांडे पुलिस ने एक बार फिर से गिरफ्तार कर लिया है।
मूंढापांडे थाना प्रभारी नवाब सिंह के मुताबिक तरसेम सिंह निवासी बिलासपुर व मुहम्मद तौफीक निवासी काशीपुर, ऊधम सिंह नगर उत्तराखंड शराब की तस्करी करते वर्ष 2019 में पाकबड़ा पुलिस द्वारा पकड़े गए थे। दोनों को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेजा था। दोनों अभियुक्तों के खिलाफ गिरोह बंद अधिनियम के तहत भी कार्रवाई की गई। जिला जेल में बंद दोनों आरोपितों ने जमानत का प्रयास शुरू किया। फर्जी जमानतदारों व अभिलेखों की मदद से आरोपितों ने मार्च 2020 में कोर्ट से जमानत करा ली। जांच में न तो जमानतदार और ना ही उनके द्वारा उपलब्ध कराएं अभिलेखों की पुष्टि हो सकी। प्रकरण में जांच अभी भी जारी है। दोनों आरोपितों को रामपुर तिराहा से मंगलवार को सागवाड़ा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया। वहां से 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में दोनों जेल भेज दिए गए।
पहले भी इस तरह के मामले आ चुके हैं सामने
फर्जी कागजात और जमानतदारों के माध्यम से जमानत का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी मंडल में इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं। जिन्हें लेकर चर्चाओें का बाजार गर्म रहा था। यही वजह हैै कि कागजातों की एक बार जांच जरूर कराई जाती है, जिससे पूरी सच्चाई सामने आ सके।