Azam Khan : आजम के पक्ष में खड़े हुए सपा कार्यकर्ता, जल्‍द र‍िहाई के ल‍िए उठाई आवाज

सम्‍भल के चन्‍दौसी में बिलारी के सपा विधायक के प्रतिनिधि के नेतृत्व में काफी संख्या में कार्यकर्ता तहसील पहुंचे। एसडीएम महेश प्रसाद दीक्षित से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके माध्यम से कहा गया कि रामपुर के सपा सांसद आजम खां बीमार हैं।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 12:51 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 12:51 PM (IST)
Azam Khan : आजम के पक्ष में खड़े हुए सपा कार्यकर्ता, जल्‍द र‍िहाई के ल‍िए उठाई आवाज
बिलारी के सपा विधायक के प्रतिनिधि के नेतृत्व में काफी संख्या में कार्यकर्ता तहसील पहुंचे।

मुरादाबाद, संवाद सहयोगी। सम्‍भल के चन्‍दौसी में बिलारी के सपा विधायक के प्रतिनिधि के नेतृत्व में काफी संख्या में कार्यकर्ता तहसील पहुंचे। एसडीएम महेश प्रसाद दीक्षित से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके माध्यम से कहा गया कि रामपुर के सपा सांसद आजम खां बीमार हैं। उनका उत्पीड़न हो रहा है। झूठे मुकदमे दर्ज किए गए। ऐसे में बीमारी की वजह से उनको तत्काल रिहा किया जाए।

ज्ञापन में कहा गया है कि सांसद आजम खान अल्पसंख्यक समुदाय के वरिष्ठ नेता हैं। उन्हें राजनीतिक द्वेष भावना से रंजिशन झूठे मुकदमों में फंसाया गया है। काफी दिनों से उनका स्वास्थ्य खराब है। स्थिति दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है। आज उनके स्वस्थ होने की प्रार्थना हो रही है। जब साध्वी को स्वास्थ्य कारणों के चलते ब्लास्ट में शामिल होने पर भी रिहा किया जा सकता है तो क्या सांसद आजम खां को रिहा नहीं किया जा सकता है।  राष्ट्रपति से मांग है कि जनभावनाओें को दृष्टिगत रखते हुए सांसद आजम खां को इलाज के ल‍िए शीघ्र ही रिहा किया जाए। ज्ञापन देने वालों में खुशनवाज, हरवीर यादव, सुरेन्द्र यादव, अभय यादव, ओमप्रकाश प्रजापति, महफूज आजमवादी, अमर सिंह यादव, दीप कुमार, सचिन कुमार, धर्मपाल यादव, अरुण यादव, अंकित शर्मा, मास्टर आकिल, निशांत वाल्मीकि, सलिम खां, वीरेन्द्र कश्यप, मुस्तफा आदि शामिल रहें।

आज शौचालयों की होगी जांच : अमरोहा में सामुदायिक शौचालय मानकों की कसौटी पर खरे हैं या नहीं, इसकी पड़ताल के लिए शुक्रवार को पंचायती राज निदेशालय से डिप्टी डायरेक्टर योगेंद्र कटियार आ रहे हैं। वह दो दिन जनपद में रहेंगे और शौचालयों की हालत देखेंगे। शासन ने उनको जनपद का नोडल अधिकारी बनाया है। उनके आने की भनक लगते ही विभागीय अफसर सतर्क हो गए हैं। एडीओ व सचिव गांवों में पहुंचकर स्वयं सहायता समूहों को शौचालय खोलने के निर्देश दे रहे हैं। इसके अलावा विभाग नोडल अधिकारी के निरीक्षण के लिए ग्राम पंचायतों में बने शौचालयों को चिन्हित कर रहे हैं।

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