जनपद अमरोहा में आयुष्मान योजना 1242 लाभार्थी मिले संदिग्ध Amroha news
जनपद अमरोहा में आयुष्मान योजना में गड़बड़ीी मिलने का सिलसिला कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। शासन से भेजी गई सूची में एक बार फिर बहुत सारे लाभार्थी नहीं मिल रहे है।
मुरादाबाद । जनपद अमरोहा में आयुष्मान योजना में 36 लाभार्थियों के फर्जी पाए जाने के बाद फर्जीवाड़े की परते खुलती चली जा रही हैं। शासन ने अब संदिग्ध 1246 लाभार्थियों की सूची स्वास्थ्य महकमे को भौतिक सत्यापन के लिए सौंपी हैं। दैनिक जागरण की टीम ने मौके पर जाकर पड़ताल की तो इनमें से कई लाभार्थी नहीं मिले। इससे यह तय हो गया है कि अगर गहनता से जांच कराई गई तो योजना में बड़े फर्जीवाड़े का पर्दाफाश होगा।
योजना के तहत 54552 लाभार्थियों को हुआ चयन
जिलेभर में प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के तहत 54552 लाभार्थियों का चयन हुआ है। योजना के तहत लाभार्थी को पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मुहैया कराने का प्रावधान हैं। जिसमें 1854 लाभार्थियों को लाभ मिल भी चुका है। वहीं दस हजार से अधिक लाभार्थी अभी भी गोल्डन कार्ड नहीं बनवा पाए। इस सूची में ऐसे लोग भी शामिल हैं जो साधन संपन्न हैं। कोई चेयरमैन तो कोई विधायक रहा है। मामला खुलने पर उनके नामों को निरस्त किया जा चुका है। पिछले दिनों शासन ने फर्जीवाड़े की आशंका जताते हुए संदिग्ध 36 लाभार्थियों की सूची महकमे को सौंपकर जांच के निर्देश दिए। जांच में ये सभी गोल्डन कार्ड धारक फर्जी पाए गए। शासन ने अब 1242 और लाभार्थियों की सूची भेजी है। जागरण की टीम ने इस सूची में शामिल लाभार्थियों की पड़ताल करने मोहल्ला जय ओमनगर पहुंची तो अधिकांश लाभार्थियों का अस्तित्व ही नहीं मिला।
जयओमनगर के यह लाभार्थी हैं चयनित
जयओमनगर निवासी मेहर ङ्क्षसह पुत्र करन ङ्क्षसह, मोहर ङ्क्षसह पुत्र लल्लू ङ्क्षसह, मोहन लाल पुत्र रामकरन, शांति बाबू पुत्र रघूवीर, रमेश पुत्र धन्नू महेंद्र शर्मा पुत्र पंडित हरस्वरूप आयुष्मान योजना में चयनित हैं। जागरण टीम को यहां रहने वाले नीरज, किशनलाल, रमेश, शंकर ङ्क्षसह आदि मोहल्ले वासियों ने बताया कि इस नाम का कोई भी व्यक्ति यहां नहीं रहता।
शासन को भेजी जाएगी रिपोर्ट
अभी जिले में दस हजार से अधिक लाभार्थियों के कार्ड बनने हैं। शासन से भेजी गई संदिग्ध लाभार्थियों की सूची का भौतिक सत्यापन चल रहा है। लाभार्थी बाहर चले गए या कहां हैं?, जांच के बाद इसकी रिपोर्ट शासन भेजी जाएगी। डॉ. रमेश चंद शर्मा, सीएमओ।