Ayodhya Ram Mandir : राम मंदिर भूमि पूजन में मुरादाबाद के पंचपात्र और आचमनी से होगा आचमन
मुरादाबाद से अयोध्या भेजे गए दोनों आइटम के 100-100 पीस। मंदिर निर्माण समिति को पूजा सामान आपूर्ति करने वाले व्यापारी ने दिया आर्डर।
मुरादाबाद। अयोध्या में होने वाली भूमि पूजन को लेकर पूरे देश में उत्साह है। हर कोई मंदिर निर्माण में अपनी भूमिका निभाना चाहता है। जाने अनजाने मुरादाबाद भी मंदिर के भूमि पूजन का हिस्सा बन गया। पूजा में प्रयोग होने वाले पंचपात्र और आचमनी मुरादाबाद में बने हैं। अर्जेंट आर्डर पर तैयार पंचपात्र और आचमनी अयोध्या भेज दिए गए हैं। राम मंदिर भूमि पूजन का भव्य आयोजन पांच अगस्त को होने जा रहा है। प्रधानमंत्री स्वयं भूमि पूजन करेंगे। पूजन के लिए प्रकांड विद्वानों की उपस्थिति में विधि-विधान के साथ संपन्न होगा। पूजा में प्रयोग होने वाले पात्र पीतल के होंगे जो मुरादाबाद से बनकर गए हैं।
पीतल के पूजा आइटम कारोबारी संजीव वर्मा की साहू मुहल्ले में फर्म है। उन्होंने बताया कि उनका भारत के विभिन्न हिस्सों में पूजा का सामान की आपूर्ति करते हैं। अयोध्या भी पीतल वाले पूजा के सामान भेजने का वर्षों से काम चल रहा है। अयोध्या के पूजा आइटम विक्रेता देवीचरण का पिछले दिनों आर्डर आया था। जिसमें उन्होंने 100 पंच पात्र और 100 आचमनी अर्जेंट में मंगवाए थे। पूछने पर बताया कि राम मंदिर के भूमि पूजन में इनका प्रयोग होना है। इसके बाद तत्काल इनको बनवाया गया और शुक्रवार को आर्डर रवाना भी कर दिया। इन्हीं पंचपात्र और आचमनी के माध्यम से पूजा में आचमन और हस्त प्रक्षालन होगा।
क्यों होता है आचमन
हवन पूजा में आचमन का विशेष महत्व है। पूजा प्रारंभ होने से पहले आचार्य हाथों में आचमनी से जल देकर मन में चल रहे विचारों को त्यागकर पूजा में ध्यान केंद्रित का संकल्प लिया जाता है। इसके अलावा पूजा के दौरान कई बार हस्त प्रक्षालन भी होता है, जो सीधे जल न देकर आचमनी के जरिए ही दिया जाता है।