भुजंगासन से दूर होगी दमा और ब्रोंकाइटिस की समस्‍या, न‍ियम‍ित अभ्‍यास से स्‍वस्‍थ रहेगा शरीर

Benefits of Bhujangasana posture सर्दी में स्‍वास्‍थ्‍य की देखभाल करना और भी जरूरी हो जाता है ब‍िगड़ती जीवनशैली कई तरह की समस्‍याएं पैदा कर देती है ल‍िहाजा थोड़ा सचेत रहते हुए न‍ियम‍ित कुछ वक्‍त योग के ल‍िए जरूर न‍िकालें।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Wed, 13 Jan 2021 03:55 PM (IST) Updated:Wed, 13 Jan 2021 03:55 PM (IST)
भुजंगासन से दूर होगी दमा और ब्रोंकाइटिस की समस्‍या, न‍ियम‍ित अभ्‍यास से स्‍वस्‍थ रहेगा शरीर
कई स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी समस्‍याओं से छुटकारा पाया जा सकता है।

मुरादाबाद, जेएनएन। Benefits of Bhujangasana posture। सेहत सौ नियामत है, सेहत के बगैर कुछ भी संभव नहीं है। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में कई तरह की बीमारियों से आदमी घिरा हुआ है, काम और नौकरी के बीच सामंजस्य फिट नहीं बैठ पा रहा है। ब‍िगड़ती जीवनशैली कई तरह की बीमार‍ियों को जन्‍म दे रही है। योग से कई स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी समस्‍याओं से छुटकारा पाया जा सकता है।

योग प्रशिक्षक डॉ महजबीं परवीन ने बताया कि भुजंगासन का नियमित अभ्यास करने से दमा-ब्रोंकाइटिस समेत अन्य बीमारियों को दूर रखा जा सकता है। इस आसन को नियमित करने से सेहत को चुस्‍त और दुरुस्‍त रखा जा सकता है। न‍ियम‍ित इस आसन के करने से बीमारियां भी दूर होंगी। इस आसन के करने से हाथ, मेरुदंड, हृदय और फेफड़ों को भी बहुत फायदा मिलता है। इसके अलावा डायबिटीज, मोटापा और कब्ज की समस्या भी नहीं होती। महिलाओं के मासिक धर्म की परेशानियों को भी दूर क‍िया जा सकता है। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पेट के बल सीधा लेट जाएं, हथेलियों को छाती के दोनों तरफ और कोहनियों को ऊपर की ओर रखें। सांस लेते हुए सिर छाती, नाभि जमीन से ऊपर उठाएं। सिर को पीछे मोड़ लें और सांस को सामान्य कर थोड़ी देर तक रुकें। सांस छोड़ते हुए पूर्व स्थित‍ि में लौट आएं। ये प्रक्रिया आपको नियमित करनी होगी। इसके बाद आपकी समस्याओं का समाधान हो जाएगा। दरअसल कोरोना संक्रमण के बीच शरीर की रोग प्रत‍िरोधक क्षमता को बनाए रखने में योग काफी कारगर है। लोगों को न‍ियम‍ित इसका अभ्‍यास करना चाह‍िए। 

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