मुरादाबाद डीआरएम व एडीआरएम के फर्जी हस्ताक्षर से जारी किया नियुक्ति पत्र

रेलवे में नियुक्ति दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Tue, 21 Jan 2020 04:30 PM (IST) Updated:Tue, 21 Jan 2020 04:30 PM (IST)
मुरादाबाद डीआरएम व एडीआरएम के फर्जी हस्ताक्षर से जारी किया नियुक्ति पत्र
मुरादाबाद डीआरएम व एडीआरएम के फर्जी हस्ताक्षर से जारी किया नियुक्ति पत्र

प्रदीप चौरसिया, (मुरादाबाद) : रेलवे में नियुक्ति दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। जालसाज ने डीआरएम व एडीआरएम के फर्जी हस्ताक्षर से नियुक्ति पत्र जारी कर दिया है। मामले के संज्ञान में आने के बाद मंडल रेल प्रबंधक तरुण प्रकाश ने प्रवर मंडल कार्मिक अधिकारी को जांच सौंपी है। 

ऐसे खुला फर्जीवाड़ा 

बाइस वर्षीय दिव्यांग अरविंद कुमार पुत्र कालू राम निवासी (वर्तमान) वाराणसी व स्थायी पता थाणे, न्यू मुबंई (महाराष्ट्र) शुक्रवार की शाम कार्मिक विभाग में पहुंचा और अपना नियुक्ति पत्र दिखाया। पत्र में नार्दर्न रेलवे मुरादाबाद लिखा था। टिकट कलेक्टर (टीसी) के पद पर नियुक्ति बताई गई है। पत्र में इस बात का उल्लेख है कि टीसी का प्रशिक्षण रेलवे ट्रेनिंग कालेज (यह गलत नाम है) चन्दौसी जिला सम्भल में होना है। इस बात का भी हवाला है कि प्रशिक्षण के बाद कर्मचारी को मुरादाबाद रेल मंडल में टीसी के पद पर तैनाती दी जाएगी। 

मुरादाबाद के डीआरएम व एडीआरएम के हैं हस्ताक्षर

पत्र के नीचे बाई आर्डर (अंग्रे्रेजी में) लिखा हुआ है। सबसे नीचे एडीआरएम नार्दर्न रेेलवे मुरादाबाद और डीआरएम मुरादाबाद के हस्ताक्षर के साथ मुहर लगी है। पत्र में पत्रांक काफी लंबा लिखा हुआ है। कार्मिक विभाग के अधिकारियों व कर्मियों का मानना है कि यह पत्र फर्जी है। नियुक्ति पत्र में कभी भी डीआरएम या एडीआरएम का हस्ताक्षर नहीं होते हैं। फर्जीवाड़े का शक लखनऊ के गिरोह पर है। मंडल रेल प्रबंधक तरुण प्रकाश ने इस मामले की जांच सीनियर डीपीओ को सौंपी है। 

1.30 लाख रुपये में नौकरी दिलाने का समझौता

पूछताछ में नियुक्ति के लिए पहुंचे युवक ने बताया नवंबर में मुहल्ले के युवक ने दो लोगों से मिलवाया था। दोनों ने बताया कि वह कई लोगों को रेलवे में नौकरी लगवा चुका है। वह सरकारी नौकरी के लालच में आ गया। 1.30 लाख रुपये में नौकरी दिखाने का समझौता हुआ था। 65 हजार रुपये लेने के बाद नियुक्त पत्र दिया है। तीन दिन बाद शेष 65 हजार रुपये देने हैं। 

chat bot
आपका साथी